2 सालों से बल्लेबाजी में संघर्ष कर रहे हैं कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिये पिछले 2 साल काफी मुश्किल गुजरे हैं, इस दौरान उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं आया है। कोहली ने अपना आखिरी शतक 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गये पिंक बॉल टेस्ट मैच में लगाया था, जिसके बाद से 56 पारियां बीत चुकी हैं और वो एक भी शतक नहीं लगा सके हैं। इतना ही दिसंबर 2020 से टेस्ट मैचों में उनकी बल्लेबाजी औसत भी 30 से कम हो गई है। पिछले दो सालों में विराट कोहली जितनी बार डक पर आउट हुए हैं उतनी बार तो वो अपने पूरे करियर में डक पर आउट नहीं हुए हैं। बल्लेबाजी के उनके यह आंकड़े दर्शाते हैं कि कप्तान विराट कोहली संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में मुंबई के वानखेड़े मैदान पर वापसी करना उनके लिये आदर्श जगह बन सकती है।
वानखेड़े के मैदान पर है जबरदस्त रिकॉर्ड
वानखेड़े के मैदान पर विराट कोहली का बहुत ही शानदार रिकॉर्ड रहा है जिसे देखते हुए यहां पर उनका फॉर्म में वापसी करना एक नये अध्याय की शुरुआत कर सकता है। आखिरी बार विराट कोहली ने वानखेड़े के मैदान पर साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेला था जिसमें उन्होंने 235 रनों की पारी खेली थी। विराट कोहली मुंबई के मैदान पर 4 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और 6 पारियों में 72.16 की औसत से 433 रन बनाये हैं।
तोड़ सकते हैं रिकी पोंटिंग का बड़ा रिकॉर्ड
गौरतलब है कि विराट कोहली इस मैच में वापसी करते हुए अगर शतक लगाते हैं तो सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाने के मामले में रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ सकते हैं। मौजूदा समय में विराट कोहली और रिकी पोंटिंग सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाने के मामले 70 शतक के साथ बराबरी पर हैं और ऐसे में अगर वो वानखेड़े के मैदान पर शतक लगा लेते हैं तो वो रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ देंगे। इतना ही नहीं बतौर कप्तान यह विराट कोहली का 42वां शतक होगा और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन जायेंगे। इसके साथ ही अगर विराट कोहली शतक लगाने में कामयाब हो जाते हैं तो वो घरेलू मैदान पर सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले टेस्ट कप्तान के मामले में रिकी पोंटिंग की बराबरी कर लेंगे। फिलहाल कोहली 10 शतक के साथ दूसरे पायदान पर हैं।