इस वजह से लिया स्पिनर बनने का फैसला
एजाज ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए भारत के खिलाफ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है, फिर चाहे वो भारतीय सरजमीं हो या फिर विदेशी सरजमीं पर। हालांकि आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कीवी टीम का यह गेंदबाज पहले स्पिन नहीं बल्कि तेज गेंदबाज बनना चाहता था। 11 साल पहले जब एजाज पटेल सर्रे के क्रैनले क्रिकेट क्लब में युवा क्रिकेटर के तौर पर खेला करते थे तो उन्होंने अपनी गेंदबाजी की स्टाइल को बदलने का फैसला किया।
एजाज पटेल ने अपना सारा बचपन बतौर लेफ्ट ऑर्म पेसर के तौर पर खेला लेकिन जब न्यूजीलैंड ने अंडर-19 की टीम के लिये उनका चयन नहीं किया तो उन्हें दोबारा सोचने पर मजबूर होना पड़ा। 5 फुट 8 इंच की ऊंचाई वाले एजाज पटेल को यह पता था कि वह सीम गेंदबाज बनने के लिये जो कर सकते थे वह कर चुके हैं और अगर उन्हें कीवी टीम के लिये खेलने के अपने सपने को पूरा करना है तो उन्हें कुछ अलग करना होगा। इस वक्त उन्होंने अपनी गेंदबाजी की स्टाइल को बदलते हुए स्पिन फेंकने का फैसला किया। अक्षर पटेल ने पूर्व कीवी स्पिनर दीपक पटेल के साथ घंटों समय बिताकर अपनी स्पिन गेंदबाजी के एक्शन को तैयार किया और क्रैनले के लिये खेलते हुए खुद को बतौर स्पिनर उभारा।
मुंबई में बीता है एजाज पटेल का बचपन
पटेल का जन्म मुंबई में हुआ था और 8 साल की उम्र तक वह अपने परिवार के साथ यहीं रहा करते थे, हालांकि जब उनके घरवालों ने न्यूजीलैंड एमिग्रेट होने का फैसला किया। पटेल ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि परिवार वालों के लिये एक नये देश में मूव करना जहां कि संस्कृति काफी अलग हो मेरे लिये एक बड़ी चुनौती थी। मैं पहले वहां खुद को एडजस्ट करने में लगा हुआ था और इस दौरान अपने रिश्तेदारों से मिलता रहता है। एक बार उन्होंने मुझे मेरे भाइयों के साथ क्लब क्रिकेट में जाकर खेलने को कहा और मैंने अच्छा किया जिसके बाद से उन्होंने मुझे क्रिकेट करियर पर काम किया। मेरे पिता ने काफी चुनौतियों के बावजूद खेल से जुड़ी हर चीज के लिये सपोर्ट किया और यह कहना गलत नहीं होगा कि मुझे यहां तक पहुंचाने में उन्ही का योगदान है।
5 विकेट हॉल के साथ की करियर की शुरुआत
गौरतलब है कि जब अंडर-19 टीम में एजाज पटेल का चयन नहीं हुआ तो उन्होंने तेज गेंदबाजी के बजाय स्पिनर बनने का फैसला किया और काफी मेहनत करने के बाद इस कला में माहिर हो गये। थोड़े समय के बाद वह स्पिन से विकेट निकालने में भी कामयाब होने लगे और प्लंकेट शील्ड टूर्नामेंट में 2015-16 से लेकर 2018 तक लगातार 3 सीजन में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज बने जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ यूएई में होने वाले दौरे के लिये चुना गया। उन्होंने अपनी छाप छोड़ने में ज्यादा समय नहीं लगाया और पहले ही मैच की चौथी पारी में 5 विकेट हासिल कर कीवी टीम को 4 रनों से जीत दिलाई। इसके चलते उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी दिया गया।
पटेल तब से लेकर अब तक 11 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और 19 पारियों में 2.74 की इकॉनमी एवं 27.21 की स्ट्राइक रेट से 39 विकेट चटका चुके हैं। वानखेड़े में खेले जा रहे इस मैच में एजाज पटेल ने इतिहास रचते हुए कीवी टीम की ओर से सबसे बेहतरीन गेंदबाजी का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया और इस मामले में पूर्व दिग्गज गेंदबाज रिचर्ड हेडली को पीछे छोड़ दिया।