मयंक-राहुल ने दिलाई रिकॉर्ड शुरुआत
विराट कोहली ने इस मामले में पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (29) का रिकॉर्ड तोड़ा। वहीं टॉस जीतने के बाद जब उन्होंने टीम का ऐलान किया तो सभी अजिंक्य रहाणे को प्लेइंग 11 में शामिल देख हैरान रह गये। उल्लेखनीय है कि अजिंक्य रहाणे की खराब फॉर्म को देखकर सब यही मान रहे थे कि इस मैच में हनुमा विहारी या फिर श्रेयस अय्यर को मौका दिया जा सकता है, हालांकि ऐसा हुआ नहीं और कप्तान कोहली ने अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाजी पर ही भरोसा दिखाया।
पारी का आगाज करने उतरे केएल राहुल (127) और मयंक अग्रवाल (60) ने पहले विकेट के लिये 117 रनों की साझेदारी कर जबरदस्त शुरुआत की और पहले सेशन में कोई भी विकेट नहीं गंवाया। भारतीय टीम की ओर से साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर की गई यह तीसरी ही साझेदारी रही जबकि 2010 के बाद यह दूसरा मौका है जब भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाजों ने विदेशी सरजमीं पर शतकीय साझेदारी की।
एंगिडी के चलते जारी है पुजारा-कोहली का खराब दौर
41वें ओवर में साउथ अफ्रीका के लिये लुंगी एंगिडी ने वापसी कराने का काम किया और एक ही ओवर में लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लेकर अपनी टीम को वापस मैच में ले आये। लुंगी एंगिडी ने अपनी तीसरी गेंद पर मयंक अग्रवाल को एलबीडब्लयू कराया तो वहीं पर अगली ही गेंद पर बल्लेबाजी करने आये चेतेश्वर पुजारा को शॉर्ट लेग पर कैच कराकर गोल्डन डक कराया। लगातार दो विकेट गंवाने के बाद कप्तान विराट कोहली (35) ने केएल राहुल के साथ पारी को आगे बढ़ाया और तीसरे विकेट के लिये 86 रनों की साझेदारी कर डाली। विराट कोहली ने इस दौरान 94 गेंदों का सामना किया और 4 चौकों की मदद से 35 रन बनाये। कोहली अच्छी लय में नजर आ रहे थे लेकिन चाय के बाद एंगिडी की बाहर जाती गेंद पर शॉट खेलने के चक्कर में वह मुल्डर को कैच थमा बैठे।
राहुल-रहाणे के दम पर भारत ने बनाया पहले दिन का तीसरा सबसे बड़ा स्कोर
दिन के आखिरी सत्र में भारतीय टीम ने इसके बाद कोई भी विकेट नहीं गंवाया। केएल राहुल ने अजिंक्य रहाणे के साथ पारी को आगे बढ़ाते हुए चौथे विकेट के लिये 73 रनों की नाबाद साझेदारी कर ली है। इस दौरान जहां केएल राहुल ने अपने टेस्ट करियर का 7वां शतक पूरा किया तो वहीं पर अजिंक्य रहाणे ने भी 81 गेंदों में 8 चौके लगाकर 40 रन बना लिये और फॉर्म पर सवाल उठाने वालों को करारा जवाब दिया। गौरतलब है कि केएल राहुल ने अपने टेस्ट करियर में जो 7 शतक लगाये हैं उसमें से 6 शतक विदेशी सरजमीं पर ही आये हैं। भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 3 विकेट खोकर 272 रन का स्कोर खड़ा कर लिया जो कि उसके इतिहास में विदेशी सरजमीं पर खेलते हुए पहले दिन बनाये गया तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है।
भारत ने 2001-02 में साउथ अफ्रीका दौरे पर ही ब्लोएमफ़ोंटिन के मैदान पर पहले दिन 7 विकेट खोकर 327 रन बनाये थे जो कि उसकी ओर से बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर रहा है। वहीं पर 2016 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए नोर्थ साउंड के मैदान पर 4 विकेट खोकर 302 रन जोड़े थे। सेंचुरियन के मैदान पर बॉक्सिंग डे पर 3 विकेट खोकर 272 रन का तीसरे पायदान पर काबिज है जबकि 1952 में लीडस के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ 272/6 पहले दिन बनाया गया चौथा सबसे बड़ा स्कोर है।