नई दिल्ली। सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के 108 रनों की दमदार पारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने यहां महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच का पहला दिन अपने नाम किया। दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने तीन विकेट पर 273 रन बना लिए। मेजबान टीम की ओर से कप्तान विराट कोहली 63 और अजिंक्य रहाणे 18 रन बनाकर क्रीज मौजूद हैं। भारत ने कुल 85.1 ओवर बल्लेबाजी की और अम्पायरों ने खराब रौशनी के कारण पहला दिन समाप्त करने का निर्णय लिया। इस बीच मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा और भारतीय टीम के 3 नंबर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा के बीच मैदान पर नोंक-झोंक देखने को मिली। दूसरे टेस्ट के पहले दिन जैसे ही चेतेश्वर पुजारा मैदान पर आये शुरुआत में ही रबाडा ने एकाग्रता भंग करने की कोशिश की लेकिन भारतीय टीम के इस अनुभवी बल्लेबाज को इससे कोई परेशानी नहीं हुई क्योंकि वह 'अपनी धुन' में थे। पुजारा को 58 रन पर आउट करने के बाद रबाडा ने छींटाकशी के अंदाज में उन्हें कुछ कहा। शायद वह अपनी हताशा दूर करना चाहते थे क्योंकि किस्मत पुजारा के साथ थी। पुजारा ने जब खाता भी नहीं खोला था तब रबादा की गेंद पर उन्हें जीवनदान मिला था।
पुजारा से जब पूछा गया कि रबाडा ने क्या कहा था तो उन्होंने बताया, 'मुझे याद नहीं उन्होंने क्या कहा था। वह ऐसे गेंदबाज है जो हमेशा बल्लेबाजों को कुछ ना कुछ कहते रहते है।'
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भारतीय बल्लेबाज ने कहा, 'एक बल्लेबाज के रूप में, मुझे हमेशा से पता है कि वह (रबाडा) मेरी एकाग्रता को बिगाड़ने की कोशिश करेंगे। सिर्फ वही नहीं दूसरे गेंदबाज भी छींटाकशी करते है, ऐसे में मेरी कोशिश होती है कि मैं उन्हें सुनने से बच सकूं।'
उन्होंने कहा, 'अगर आप अपनी धुन में है तो गेंदबाज क्या कहते है वह आप शायद ही सुन पायेंगे क्योंकि बल्लेबाज के तौर आपका ध्यान इस बात पर होता है कि आप क्या कर सकते हैं। ऐसे में जब आप अपनी धुन में होते है तो उनकी बातों को आप सुन नहीं पाते'
चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि घरेलू क्रिकेट में 2017 में एक ही सत्र में 1000 रन पूरे करने वाले मयंक अग्रवाल ने बड़ी पारियां खेलने का हुनर घरेलू क्रिकट से सीखा है।
पुजारा ने कहा, 'अग्रवाल अनुभवी खिलाड़ी हैं जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में काफी रन बनाए हैं। इससे उन्हें काफी मदद मिली। 90 के पास पहुंचने पर नर्वस होने की बात है तो वह इस मामले में निर्भीक हैं।'
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उन्होंने कहा, 'मयंक को पता है कि पचासे को बड़ी पारियों में कैसे बदलना है। शतक पूरा करने पर वह बड़ी पारी खेलने में भी माहिर हैं।'
स्वयं बड़ी पारियां खेलने में पारंगत पुजारा ने क्या साझेदारी के दौरान अग्रवाल को टिप्स दिए, यह पूछने पर उन्होंने कहा, 'प्रथम श्रेणी क्रिकेट से बड़े स्कोर बनाने की आदत डल जाती है। मुझे उन्हें ज्यादा कुछ बताना नहीं पड़ा। हम उनकी रणनीति पर ही बात कर रहे थे।'
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पुजारा ने कहा, 'उनकी (मयंक) बल्लेबाजी में खामी होने पर मैं सिर्फ इतना कहता था कि शरीर के पास खेलो। वह खुद इतनी अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था कि ज्यादा मार्गदर्शन देने की जरूरत ही नहीं पड़ी।' पुजारा ने 112 गेंद में नौ चौके और एक छक्के की मदद से 58 रन बनाये।