कोलंबो : क्रिकेट में गेंदबाज के लिए नो बॉल फेंकना बहुत बड़ा नुकसान माना जाता है। क्योंकि, अगर कोई बल्लेबाज नो बॉल पर आउट हो जाता है, तो वह आउट नहीं होता है। साथ ही अगली गेंद पर फ्री-हीट से बल्लेबाज बड़ा शॉट खेलने के लिए तैयार रहा है। हालांकि बल्लेबाज सिर्फ रन आउट हो सकता है। माैजूदा समय स्पिन गेंदबाजों को भी नो बाॅल फेंकते देखा जाता है, तो वहीं एक तरफ भारत के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार हैं जिन्होंने छह साल बाद नो बॉल फेंकी।
भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में हुआ। पांचवें ओवर की पहली गेंद पर भुवनेश्वर कुमार ने नो बॉल फेंकी। खास बात यह रही कि वो नो बाॅल फेंकने के बावजूद भी बल्लेबाज पर भारी पड़े क्योंकि श्रीलंकाई बल्लेबाज मिनोड भानुका फ्री-हीट में एक भी रन नहीं बना सके। भुवनेश्वर कुमार द्वारा इस नो बॉल को फेंकने के बाद, प्रशंसकों ने ट्विटर पर उनकी प्रशंसा करना शुरू कर दिया। अक्टूबर 2015 के बाद पहली बार भुवनेश्वर कुमार ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नो बॉल फेंकी है। उन्होंने तब से 515 ओवर और 3093 गेंदें फेंकी।
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