नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम कोलंबो के मैदान पर 18 जुलाई से शुरू होने वाली वनडे सीरीज में श्रीलंका का सामना करने को पूरी तरह से तैयार है। भारतीय टीम में कई बड़े खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के चलते सभी का ध्यान इस समय स्पिन ट्विन कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी पर है। भारतीय टीम के लिये जोड़ी ने आखिरी बार 2019 विश्व कप में एक साथ शिरकत की थी जहां पर यह गेंदबाज प्रभावित करने में नाकाम रहे थे। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और क्रिकेट कॉमेंटेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि टीम मैनेजमेंट को श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में बेहतरीन फॉर्म में नहीं होने के बावजूद एक साथ मौका देना चाहिये।
उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम में कुलचा के नाम से मशहूर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी के अलावा क्रुणाल पांड्या, कृष्णप्पा गौथम, राहुल चाहर और वरुण चक्रवर्ती भी टीम में शामिल किये गये हैं। आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर इसको लेकर बात करते हुए बताया कि भारतीय टीम को इन दोनों खिलाड़ियों को प्लेइंग 11 में क्यों जगह देनी चाहिये।
और पढ़ें: IND vs SL: भारत-श्रीलंका सीरीज में धवन-चहल-भुवनेश्वर पर रहेगी खास नजर, नाम कर सकते हैं यह रिकॉर्ड
उन्होंने कहा कि इन दोनों खिलाड़ियों को साथ खिलाने के पीछे का मुख्य कारण रहा कि वो विकेट हासिल कर सकते हैं लेकिन 2019 विश्व कप के बाद से यह खिलाड़ी साथ नहीं खेल पाये हैं क्योंकि टीम में पेस ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या गेंदबाजी में कुछ खास नहीं कर पा रहे थे तो रविंद्र जडेजा ने जबरदस्त वापसी की, इसके कारण भारतीय टीम एक साथ 2 लेग स्पिनर का इस्तेमाल नहीं कर सकती।
चोपड़ा ने वीडियो में कहा,'मुझे नहीं लगता कि भारतीय टीम मैनेजमेंट को इससे बेहतर मौका मिल सकता जिसमें वो कुलचा को एक साथ खिलाड़ सकते हैं। अश्विन और जड्डू की जोड़ी ने बीच के ओवर्स में विकेट निकालना बंद कर दिया था जिसके बाद एक नई समस्या आ गई जिसमें आप पहले 10 ओवर्स में भी विकेट नहीं निकाल पा रहे थे। अगर आप शुरू में विकेट नहीं ले पा रहे हैं, बीच के ओवर्स में विकेट नहीं निकाल रहे हैं तो फिर एक ही चीज बचती है कि आप अंत में बहुत सारे रन खायेंगे। इसी के चलते दोनों खिलाड़ियों को साथ खिलाया गया और उन्होंने बीच के ओवर्स में विकेट हासिल किये। इस जोड़ी ने 5.5-6 की इकॉनमी से महज 25 मैचों में 100 से ज्यादा विकेट हासिल किये।'
और पढ़ें: T20 विश्वकप को लेकर सौरव गांगुली ने चयनकर्ताओं को किया तलब, पूछा- कैसे मिटेगा 8 साल का सूखा
चोपड़ा ने आगे बताया कि कैसे इस जोड़ी ने मध्यक्रम में विकेट हासिल कर भारतीय टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई और अगर टीम मैनेजमेंट इन्हें फिर से साथ खिलाने का मौका देता है तो हो सकता है कि दोनों खिलाड़ी एक बार फिर से उसी तरह कारगर साबित होंगे। आपको बता दें कि इस जोड़ी ने भारत के लिये 24 वनडे मैच में साथ शिरकत की है और 25.67 की औसत से 118 विकेट हासिल किये हैं।