नई दिल्ली। 2019 में एक सफल कार्यकाल के बाद, भारत अब तीन मैचों की T20I सीरीज में श्रीलंका के साथ भिड़ेगा। यह दोनों टीमों के लिए साल 2020 की पहली सीरीज होगी। इसके अलावा, प्रशंसक अपने फेवरेट खिलाड़ियों को मैदान पर वापस देखने के लिए काफी उत्साहित हैं और स्टेडियम में भारी भीड़ होने की उम्मीद है। लेकिन नागरिकता संशोधन बिल को लेकर गुवाहाटी में विरोध प्रदर्शन किए गए थे जिसकी वजह से यहां सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई है। ऐसे में रविवार को गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में होने जा रहे पहले टी20 मैच में दर्शकों को कुछ चीजें ना ले जाने के लिए मना कर दिया है ताकि माहाैल खराब ना हो।
असम क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव देवजीत सायका ने कहा कि वे खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और उन्होंने सीरीज के लिए उच्च स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की है। वे पिछले महीने से ही इसकी तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे नहीं चाहते हैं कि 2017 में एक घटना फिर से दोहराई जाए जब एक प्रशंसक ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की बस पर पत्थर फेंका था। सरकार ने यह भी खुलासा किया कि वे हर प्रोटोकॉल का पालन करेंगे और इस पर कोई सवालिया निशान नहीं है।
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साइका ने हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से कहा, "हमें जो भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना है, हम कर रहे हैं, कुछ भी अधिक नहीं, कुछ भी कम नहीं। ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न नहीं हुई जहां एसीए या बीसीसीआई इस मैच को आयोजित करने को लेकर संशय में थे। एक टाइमलाइन के बाद, हमने इसके लिए एक महीने की तैयारी की है। यही कारण है कि हम इतने आराम से हैं। हर कोई चिंतित है, न केवल असम के लोग। यह एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है और इसमें सुरक्षा उपायों को बढ़ाया जाएगा। हमें तैयार रहना होगा।"
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि मैच के दौरान किसी भी तरह के प्लेकार्ड, पोस्टर को उनकी जानकारी के अनुसार अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि वे विज्ञापनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अधिकारी ने कहा, "केवल पर्स, लेडीज हैंडबैग, मोबाइल फोन और वाहन की चाबी जैसी जरूरी चीजें स्टेडियम में ले जाने की अनुमति होगी।"