नई दिल्ली। भारत और श्रीलंका के खिलाफ खेली जा रही द्विपक्षीय सीरीज में शुक्रवार को 3 मैचों की वनडे सीरीज समाप्त हुई जिसमें भारतीय टीम ने 2-0 की अजेय बढ़त लेकर पहले ही जीत हासिल कर ली थी, हालांकि आखिरी मैच में उसे 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम ने सीरीज के आखिरी मैच में 6 बदलाव करते हुए 5 नये खिलाड़ियों को खेलने का मौका दिया, हालांकि टीम ने मिला जुला प्रदर्शन किया लेकिन शिखर धवन के श्रीलंका को क्लीन स्वीप करने के सपने को पूरा नहीं कर सकी। शिखर धवन की कप्तानी वाली इस टीम ने सीरीज के आखिरी मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए अच्छी शुरुआत तो की लेकिन बाद में श्रीलंकाई स्पिनर्स ने वापसी करते हुए पूरी टीम को 225 रन पर समेट दिया।
भारतीय टीम के लिये डेब्यू कर रहे राहुल चाहर, चेतन साकरिया और कृष्णप्पा गौथम ने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। वनडे सीरीज के दौरान युवा खिलाड़ियों से सुसज्जित इस टीम ने एक यूनिट के तौर पर शानदार प्रदर्शन किया और पहले मैच में 3 विकेट से जीत हासिल की तो वहीं पर दूसरे मैच में दीपक चाहर ने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेलकर हाथ से निकल गये मैच में जीत दिलाई।
इस बीच भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने वनडे सीरीज में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी का नाम बताते हुए कहा कि वो जल्द ही टीम से बाहर हो सकते हैं। सहवाग का मानना है कि भारतीय टीम के लिये मनीष पांडे और हार्दिक पांड्या सीरीज की सबसे बड़ी निराशा रहे हैं। जहां पर हार्दिक पांड्या ने बल्ले और गेंद दोनों से ही फ्लॉप प्रदर्शन किया तो वहीं पर मनीष पांडे ने तीनों मैच में अच्छी शुरुआत मिलने के बाद अपना विकेट गंवाने काकाम किया।
सहवाग ने मनीष पांडे को लेकर कहा कि उन्हें इस खिलाड़ी के रन न बना पाने का सबसे ज्यादा अफसोस है, क्योंकि उन पर बहुत ज्यादा दबाव था और सीरीज में असफल रहने के बाद उनकी वनडे टीम से जल्द ही विदाई हो सकती है। उल्लेखनीय है कि मनीष पांडे ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में 26, 37 और 11 रनों की पारी खेली।
क्रिकबज के साथ बात करते हुए सहवाग ने कहा,' श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में मनीष पांडे और हार्दिक पांड्या के पास शानदार मौका था जिसे वो भुना पाने में नाकाम रहे। दोनों ने लगभग 15-20 रनों का ही योगदान दिया। सीरीज में दोनों के पास अच्छा प्रदर्शन कर टीम में वापसी करने का गोल्डन चांस था। दोनों खिलाड़ियों को तीनों मैच में मौका दिया गया और उनके लिये किसी भी मैच स्थिति मुश्किल नहीं थी लेकिन इसके बावजूद वो ज्यादा रन करने में नाकाम रहे। इस सीरीज में पांडे ने मुझे सबसे ज्यादा निराश किया है और मुझे लगता है कि अब उन्हें वनडे प्रारूप में भारत के लिये मौका मिलना मुश्किल है और अगर मिलेगा भी तो काफी समय के बाद ही मिलेगा।'