नई दिल्ली। भारत और श्रीलंका के बीच खेली जा रही 3 मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मैच कोलंबो के मैदान पर खेला जा रहा है, जहां पर भारतीय टीम 5 नये खिलाड़ियों के साथ खेलने उतरी है। सीरीज में भारतीय टीम ने पहले ही 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है, इस वजह से भारतीय टीम आखिरी मैच में बाकी खिलाड़ियों को भी मौका देती नजर आयी। प्रेमदासा के मैदान पर खेले जा रहे इस मैच में बारिश का खलल देखने को मिला जिसके चलते मैच को 47 ओवर्स तक सीमित कर दिया गया।
भारतीय टीम के कप्तान शिखर धवन ने सीरीज में पहली बार टॉस में जीत हासिल की और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, हालांकि बल्लेबाजी में धवन कुछ खास कमाल नहीं कर सके और महज 13 रन बनाकर आउट हो गये। धवन के आउट होने के बाद पृथ्वी शॉ (49) और संजू सैमसन (46) ने पारी को संभालने का काम किया और दूसरे विकेट के लिये 74 रनों की साझेदारी की। हालांकि अच्छी शुरुआत मिलने के बाद दोनों खिलाड़ी इसे बड़ी पारी में तब्दील कर पाने में नाकाम रहे और अपने-अपने अर्धशतक से चूक गये।
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वहीं सैमसन और शॉ के आउट होने के बाद बारिश ने मैच में खलल डाला और मैच करीब दो घंटे के लिये रुक गया। बारिश के बाद जब श्रीलंकाई टीम ने वापसी की तो भारतीय बल्लेबाजों पर काफी भारी पड़े। भारतीय टीम के लिये सूर्यकुमार यादव (40) ने थोड़े रन जरूर बनाये लेकिन उनके अलावा कोई और खिलाड़ी टिक नहीं सका और 93 रन के अंदर भारतीय टीम ने अपने 7 विकेट खो दिये।
33 ओवर्स की समाप्ति पर भारतीय टीम ने अपने 8 विकेट खोकर सिर्फ 195 रन ही बना सके। हालांकि यहां पर एक बार फिर से राहुल चाहर और नवदीप सैनी ने पारी को संभालने का काम किया और 39 रनों की साझेदारी कर भारतीय टीम का स्कोर 225 पर पहुंचाया। बल्लेबाजों के लड़खड़ाने के चलते भारतीय टीम 43.1 ओवर्स में महज 225 रन पर ऑल आउट हो गई और श्रीलंका के सामने 226 रनों का लक्ष्य रखा।
गौरतलब है कि श्रीलंकाई टीम ने सीरीज के आखिरी मैच में 3 स्पिनर्स खिलाये हैं जिसका फायदा उन्हें गेंदबाजी में भी मिला। श्रीलंका के लिये अकिला धनंजय और प्रवीण जयविक्रमा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3-3 विकेट हासिल किये। वहीं पर दुष्मंत चमीरा ने 2 विकेट तो चमिका करुणारत्ने और दशुन शनाका ने भी एक-एक विकेट हासिल किये।