ऐसी हुई प्लेइंग इलेवन तो भारत का हारना मुश्किल
अगर भारत को खिताब पर कब्जा करना है तो उनकी प्लेइंग इलेवन में शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अंबाती रायुडू, महेंद्र सिंह धोनी, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह खिलाड़ी शामिल होने चाहिए। यदि भारत की ऐसी प्लेइंग इलेवन टीम बनती है तो फिर किसी भी विरोधी टीम के लिए इन्हें हराना चुनाैती भरा हो जाएगा। वहीं ये 11 खिलाड़ी पिछले कई महीनों से टीम में अपनी पक्की जगह भी बना चुके हैं। इन सभी के पास विदेशी धरती पर खेलने का अनुभव भी काफी है, जो इंग्लैंड में काम आएगा।
ओपनिंग जोड़ी करेगी कमाल
रोहित-धवन की जोड़ी का कमाल पूरी दुनिया ने देखा है। दोनों ने कई बार भारत को बड़े लक्ष्य तक पहुंचाने में अहम रोल निभाया। यह दुनिया की पहली ओपनिंंग जोड़ी है जिन्होंने सर्वाधिक रन बटोरे।
दोनों का ओपनिंग रिकाॅर्ड- 96 पारियों में 45.45 की औसत से रन 4318, एक मैच की हुई सबसे बड़ी साझेदारी- 210 रन, 14 बार शतकीय साझेदारी और 13 बार अर्धशतकीय साझेदारी, 2013 से लेकर अबतक एकसाथ ओपनिंग करने का अनुभव।
तीसरे नंबर पर कोहली हैं 'विराट'
चर्चाएं हो रही हैं कि कोहली को चाैथे स्थान पर भी बल्लेबाजी के लिए उतारा जा सकता है। लेकिन रिकाॅर्ड देखें तो कोहली तीसरे नंबर पर रन जोड़ने के मामले में 'विराट' हैं। कोहली अबतक 6 स्थान पर बल्लेबाजी कर चुके हैं, पर उनके लिए तीसरा स्थान हमेशा 'लकी' रहा।
तीसरे नंबर पर कोहली का रिकाॅर्ड- 162 मैचों में 62.99 की औसत से 8,440 रन बनाए। 32 शतकों के साथ 39 अर्धशतक भी लगाए।
ये संभालेंगे मिडल ऑर्डर
वहीं मिडल ऑर्डर का जिम्मा रायडू, धोनी और कार्तिक पर होगा। इन तीनों खिलाड़ियों ने कई बार टीम को जीत दिलाई। चाैथे नंबर की टेंशन रायडू ने पूरी कर दी है, जिन्होंने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ 5वें वनडे में इसी स्थान पर आकर 90 रनों की शानदार पारी खेल टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
रायडू का रिकाॅर्ड- 52 मैच खेलने का अनुभव। 50.33 की औसत से 1,661 रन। चाैथे नंबर पर पारियों में 47.80 की औसत से 717 रन बनाए।
धोनी का रिकाॅर्ड- 338 मैच खेलने का अनुभव। 50.80 की औसत से 10,415 रन। पांचवें नंबर पर 77 पारियों में 51.62 की औसत से 2994 रन बनाए।
कार्तिक का रिकाॅर्ड- 91 मैच खेलने का अनुभव। 31.03 की औसत से 1,738 रन। छठे नंबर पर 11 पारियों में 29.43 की औसत से 206 रन बनाए।
कार्तिक निभाएंगे मैच फिनिशर की भूमिका
33 वर्षीय कार्तिक टीम के लिए अंतिम क्षणों में आकर मैच फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं। वहीं जब उन्होंने टीम में वापसी की थी तो टीम मैनेजमेंट ने उन्हें छठे नंबर पर आकर मैच खत्म करने की जिम्मेदारी साैंपी गई। कार्तिक ने यह बात खुद जनवरी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए एक वनडे मैच के बाद कही थी। गाैरतलब हो कि मार्च 2018 में निदाहस टी20 ट्राफी का खिताब भारत ने कार्तिक के बदाैलत ही जीता था। उस समय कार्तिक ने 8 गेंदों में नाबाद 29 रनों की पारी खेली थी। इसके अलावा कार्तिक फिल्डिंग में भी माहिर हैं। वह अबतक खेले 61 कैच और 7 स्टंप उखाड़ चुके हैं।
आलराउंडर की भूमिका निभाएंगे हार्दिक
यूं तो हार्दिक पांड्या के लिए यह साल विवादों के साथ शुरू हुआ, लेकिन उन्होंने खुद को संभालते हुए मैदान पर अच्छा प्रदर्शन दिखाया है। हार्दिक टीम इंडिया के लिए एक अहम खिलाडी़ हैं। वो टीम में आलराउंडर की भूमिका निभाएंगे। साथ ही चाैथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाएंगे। यह तय है कि इंग्लैंड की तेज पिचों पर भारत चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरेगा और टीम का चाैथे तेज गेंदबाज पांड्या ही होंगे। पांड्या लंबे छक्के लगाने में महारथ हासिल कर चुके है। साथ ही उनके पास 45 मैच का अनुभव है जिसमें वह 44 विकेट ले चुके हैं। उनकी बल्लेबाजी का स्ट्राईक रेट भी 116.59 है जिससे साबित होता है कि वह अंतिम ओवरों में कितनी तेजी से खेल सकते हैं।
कुलदीप तोड़ेंगे साझेदारी तो ये गेंदबाज डालेंगे दवाब
वहीं टीम इंडिया एक स्पिनर के साथ उतरेगी। अगर टीम में चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को माैका मिला तो वह बढ़ती हुई साझेदारी को तोड़ने में भूमिका निभा सकते हैं। कुलदीप की घूमती गेंदों को आजतक कोई बल्लेबाज नहीं पढ़ पाया। वहीं बुमराह, भुवनेश्वर और शमी की जोड़ी का जलवा पिछले कई सीरीज से देखने को मिल रहा है।
कुलदीप यादव रिकाॅर्ड- 39 मैच 77 विकेट, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन- 25 रन देकर 6 विकेट
बुमराह का रिकाॅर्ड- 44 मैच 78 विकेट, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन- 27 रन देकर 5 विकेट
भुवनेश्वर का रिकाॅर्ड- 103 मैच 114 विकेट, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन- 42 रन देकर 5 विकेट
शमी का रिकाॅर्ड- 59 मैच 108 विकेट, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन- 35 रन देकर 4 विकेट
पंत को इस कंडिशन में मिलेगा प्लेइंग इलेवन में माैका
युवा खिलाड़ी रिषभ पंत भी प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने का माैका रख सकेंगे, लेकिन यह तभी संभव है जब चाैथे नंबर पर राययू फ्लाॅप होते हैं या फिर किसी कारण धोनी मैच से बाहर होते हैं। अगर धोनी या फिर रायुडू में से कोई किसी कारण मैच नहीं खेल पाते तो फिर उनकी जगह पंत लेने में पंत ही दावेदार रहते हैं। पंत तेज बैटिंग के लिए जान जाते हैं, लेकिन शुरूआती मैचों में उन्हें माैका मिलना ना के बराबर है।