नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के बीच भारत में क्रिकेट से जुड़ी लगभग सभी गतिविधियां पिछले 8 महीनों से ठप्प पड़ी हैं। हालांकि बीसीसीआई ने हाल ही में आईपीएल का आयोजन तो कराया लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए इसकी मेजबानी संयुक्त अरब अमीरात में की। बीसीसीआई ने इसके लिये अमीरात क्रिकेट बोर्ड को 100 करोड़ रुपये अदा किये। हालाकि इसके बाद भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर निकल गई है लेकिन घऱेलू क्रिकेट की अभी तक शुरुआत नहीं हो सकी है।
वहीं बीसीसीआई ने हाल ही में हुई में अपनी बैठक में यह साफ कर दिया है कि वह भारत में घऱेलू क्रिकेट की शुरुआत अगले साल जनवरी से करेगी। हालांकि इस दौरान सभी टूर्नामेंट और सीरीज नहीं खेले जायेंगे लेकिन बीसीसीआई रणजी ट्रॉफी और नेशनल टी20 लीग का आयोजन करायेगी।
वहीं बीसीसीआई पहली बार अपने घरेलू सीजन की शुरुआत रणजी ट्रॉफी के बजाय नेशनल टी20 लीग के साथ कर रही है। इस बीच राज्य स्तर की टीमों ने अपने खिलाड़ियों को अभ्यास कराने के लिये जैविक सुरक्षित माहौल में जुड़ने के लिये बुलाना शुरू कर दिया है।
इसी फेहरिस्त में बंगाल के कप्तान और युवा भारतीय बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन भी अपनी टीम से जुड़ने पहुंचे, हालांकि इसको लेकर कराये गये कोरोना टेस्ट में वो पॉजिटिव पाये गये हैं, जिसके बाद वह अगले 2 हफ्तों के लिये क्वारंटीन में रहेंगे। अभिमन्यु के कोरोना का शिकार होने से बंगाल की टीम को बड़ा झटका लगा है, चूंकि उनके क्वारंटीन होने के चलते बंगाल क्रिकेट बोर्ड की ओर से 24 नवंबर को आयोजित कराये जा रहे बंगाल टी20 चैलेंज में उनका खेलना मुश्किल हो जायेगा।
ईश्वरन को मुख्य रूप से लंबे प्रारूप में उनके खेल के लिये जाना जाता है लेकिन वह पश्चिम बंगाल में आयोजित होने वाली इस 6 टीमों की लीग में खेलने को तैयार थे। टूर्नामेंट को शुरु होने में एक हफ्ते का ही समय बाकी है लेकिन वो 2 हफ्ते के लिये आइसोलेशन में है ऐसे में उनका खेलना मुश्किल ही है अगर उनकी टीम फाइनल में नहीं पहुंचती है तो।
सीएबी के ज्याइंट सेक्रेटरी देबब्रत दास ने मीडिया स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा,' वह लीग में भाग लेने के जरूरी कोरोना टेस्ट कराने गये जहां पर उनका रिजल्ट पॉजिटिव आया। हालांकि यह पूरी तरह से एसिम्पटोटिक था। वह मेडिकल पैनल की निगरानी में क्वारंटीन में चले गये हैं।'