नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट टीम के दो सदस्य कोरोना की चपेट में आ गए हैं। ये दोनों ही इंग्लैंड के दौर पर हैं और इनमें से एक खिलाड़ी इस समय आइसोलेशन पर है जबकि दूसरे प्लेयर का टेस्ट अब नेगेटिव आ चुका है। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि दोनों ही खिलाड़ियों ने बहुत अच्छे से रिकवरी की है और दूसरे खिलाड़ी का टेस्ट नेगेटिव आने पर दोनों ही प्लेयर्स के टीम कैम्प में जल्द शामिल होने की उम्मीद है। यह टेस्ट 18 जुलाई को कराया जाएगा।
दूसरी ओर भारतीय टीम को 20 से 22 जुलाई तक प्रैक्टिस मैच में भी भाग लेना है। बीसीसीआई नहीं चाहता है कि खिलाड़ी किसी तरह की लापरवाही बरते क्योंकि आगे पूरी लंबी सीरीज पड़ी है जो 5 टेस्ट मैचों की है। यहां ध्यान देने वाली बात ये भी है कि टीम के सभी खिलाड़ियों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लग चुकी है। लेकिन बीसीसीआई के सचिव जय शाह इस मामले पर स्पष्ट हैं कि डोज के बावजूद खिलाड़ियों को सावधानी बरतनी होगी।
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जय शाह ने यूके गए भारतीय दल को ई-मेल में आगाह किया है कि वहां पर कोविड केस बढ़ रहे हैं। खिलाड़ियों को अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना होगा। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, "हां, एक खिलाड़ी पॉजिटिव है और लेकिन उसको कोई लक्ष्ण नहीं आया है। वह इस समय क्वारेंटीन कर रहा है और टीम के साथ गुरुवार को डरहम की यात्रा नहीं करेगा।"
जय शाह ने अपने लेटर में खिलाड़ियों को कहा है कि भले ही उनको वैक्सीन लग गई हो पर ये ध्यान रहे कि कोविशील्ड भी केवल वायरस के प्रति सुरक्षा ही मुहैया कराती है, इसके प्रति पूरी तरह इम्यूनिटी पैदा नहीं करती। शाह ने यह भी कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को हाल ही में सम्पन्न हुए विंबलडन और यूरो चैम्पियनशिप को देखने से बचना चाहिए था।
समझा जाता है कि भारतीय खिलाड़ी को डेल्टा वैरिएंट ने अपनी गिरफ्त में लिया होगा क्योंकि इंग्लैंड में केस लगातार बढ़ रहे हैं। भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 4 अगस्त से खेलना है।