Indian women's cricket Star Shafali Verma on renewing appetite for runs says I miss My Doraemon and Pizza: नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट की युवा खिलाड़ी शैफाली वर्मा ने हाल ही में अपनी आतिशी बल्लेबाजी के चलते टी20 रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया। शैफाली वर्मा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई 3 मैचों की टी20 सीरीज में धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए लंबे-लंबे छक्के लगाने का काम किया था। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय महिला टीम की इस बेखौफ सलामी बल्लेबाज को मैदान पर एक्शन में देखने के लिये फैन्स को 377 दिनों का इंतजार करना पड़ा। हालांकि चयन समिति की ओर से इस युवा खिलाड़ी को वनडे टीम में जगह न मिलना काफी चौंकाने वाला था, क्योंकि इसके चलते न सिर्फ भारतीय महिला टीम को 4-1 से सीरीज में हार का सामना करना पड़ा बल्कि फैन्स को उनकी निडर बल्लेबाजी देखने का और इंतजार करना पड़ा।
गौरतलब है कि शेफाली वर्मा को फास्ट फूट जैसे पिज्जा और बर्गर नहीं खाना काफी याद आता है और फिलहाल वो सख्त डाइट फॉलो करते हुए सिर्फ शाकाहारी खाना खाती है, इसके अलावा वो डोरेमॉन को देखना मिस करती हैं।
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उन्होंने कहा,' मैं पिज्जा खाना और डोरेमॉन देखना मिस करती हूं। अब मेरी डाइट में ज्यादा सब्जियां हैं। मुझे इन चीजों के बारे में पहले पता नहीं था। लेकिन जब आप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलते हैं तो आपको अपने सीनियर्स और फिटनेस ट्रेनर्स से काफी कुछ सीखने को मिलता है कि इसको लेकर आपको कैसे काम करना है। मैं साउथ अफ्रीका के खिलाफ आसानी से रन सिर्फ इसलिये बना सकी क्योंकि मैं पूरी तैयारी के साथ आयी थी। मेरा पूरा ध्यान इस समय क्रिकेट पर है।'
वनडे टीम में सेलेक्शन न होने पर बात करते हुए शैफाली ने कहा,'मेरे दिमाग में यह बात बैठ गई कि अगर मुझे वनडे टीम के लिये नहीं चुना गया तो इसका मतलब है कि मुझे अभी भी सुधार करने की जरूरत हैं। मैं थोड़ी सी निराश थी लेकिन मुझे पता था कि अभी मुझे टी20 सीरीज पर फोकस करने की जरूरत है। मैं मैदान पर जाने को बेताब थी और पिछले एक साल में जो कड़ी मेहनत की थी उसे बेहतर प्रदर्शन के रूप में दिखाने को बेताब थी। जब वनडे मैच खेले जा रहे थे तो मैं टीम के साथ ट्रेनिंग कर रही थी और उन सभी चीजों को सीख रही थी जिसकी दरकार थी।'
उल्लेखनीय है कि शैफाली वर्मा ने टी20 सीरीज में विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए 23, 47 और 60 रनों की पारी खेली। हालांकि भारत को सीरीज में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा लेकिन आखिरी मैच में उनके बल्ले से निकली 30 गेंदों में 60 रन की विस्फोटक पारी ने जीत में अहम योगदान दिया।
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टी20 रैंकिंग में नंबर 1 बनने को लेकर शैफाली ने कहा,'मैंने पिछले एक साल में अपनी शारीरिक और मानसिक स्किल्स पर काफी काम किया है। पिछले एक साल में हमें कुछ ज्यादा क्रिकेट खेलने को नहीं मिला था और टी20 विश्व कप की हार मेरे दिमाग में बैठ गई थी। हरियाणा क्रिकेट संघ ने मेरी देखभाल की और कोच अश्विनी कुमार के साथ बातकर मैंने उन सभी पहलुओं पर काम किया जिसमें सुधार की दरकार थी। एचसीए ने मुझे एक साइकोलोजिस्ट के साथ न्यूट्रीनिस्ट भी मुहैया कराया जो मेरी शारीरिक और मानसिक हेल्थ का ख्याल रख रहे थे। काउंसलिंग सेशन्स ने मुझे विश्व कप हार के सदमे से बाहर निकलने में मदद की।'