क्या पुणे में पहली गेंद पर विकेट लेते ही बनेगी शार्दुल की हैट्रिक
इसका जवाब है नहीं, अगर शार्दुल ठाकुर पुणे में पहली गेंद पर विकेट हासिल कर लेते हैं तो यह उनकी हैट्रिक नहीं मानी जायेगी। इसे हैट्रिक न मानने के पीछे का कारण है क्योंकि यह विकेट 2 अलग मैच ली जायेंगी इसलिये इन्हें साथ नहीं गिना जा सकता, वहीं अगर शार्दुल ने यही काम टेस्ट मैच की पहली इनिंग में किया होता और दूसरी पारी की पहली गेंद पर विकेट हासिल कर लेते तो यह हैट्रिक मानी जाती।
शार्दुल ठाकुर ने बताया अच्छी गेंदबाजी का राज, यह बॉल रही फैवरिट
मैच के बाद अपनी गेंदबाजी को लेकर शार्दुल ने कहा,' पिच बल्लेबाजी के लिये काफी अच्छी थी, उन्होंने काफी शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन गेंद को दिशा दे पाने में नाकाम रहे। अगर आप एक ही लेंथ पर गेंदबाजी करते रहेंगे तो वो बल्ला घुमाते हुए आप तक पहुंच जायेंगे और बड़ा शॉट खेल देंगे। इसलिये मैंने अपने लेंथ में लगातार परिवर्तन किया जिसकी वजह से मुझे कामयाबी मिली।'
उन्होंने कहा,' मैंने कुछ अच्छी गेंदे फेंकी लेकिन जब भी मैं यॉर्कर और शॉट बॉल में से किसे फेंकना है का निर्णय नहीं ले पाता था तो उस नकल बॉल मेरे लिये सबसे बढ़िया विकल्प था। इस प्रारुप की मांग है 1-2 ओवर का स्पैल करना, इसके लिये आपको तैयार रहना होगा।'
टेस्ट, वनडे से कठिन प्रारुप होता है टी20 मैच
मैच के बाद ठाकुर ने कहा कि टी20 एक ऐसा प्रारूप है जिसमें लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। लेकिन इस प्रारूप में आप जितना खेलते हैं उतना सीखते हैं। वहीं अगर फर्स्ट क्लास मैच और टेस्ट क्रिकेट प्रारूप में आपके पास सोचने का समय होता है लेकिन टी20 में सोचने का वक्त नहीं मिलता।
इंदौर में शार्दुल ठाकुर के अलावा नवदीप सैनी ने भी दूसरे छोर से अच्छी गेंदबाजी की और श्रीलंका को महज 142 रन के अंदर समेटने में मदद की। केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के सामने यह लक्ष्य कभी भी पहुंच से दूर नहीं दिखाई दिया। नतीजन भारत ने इसे 17.3 ओवर्स में हासिल कर लिया।