नई दिल्ली। सिडनी में खेले जा रहे भारत और ऑस्ट्रेलिया के चौथे टेस्ट मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर शिकंजा कस लिया है। पहली पारी में भारत ने सात विकेट गंवाकर 622 रन बनाए और पारी घोषित कर दी थी। इसके बाद बल्लेबाजी करने आई ऑस्ट्रेलिया की टीम 300 रन पर ऑल आउट हो गई। इससे पहले तीसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो इस सीरीज में पहला मैच खेल रहे कुलदीप यादव ने उस्मान ख्वाजा को 27 रन पर आउट कर टीम इंडिया को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद लंच तक ऑस्ट्रेलिया का एक भी विकेट नहीं गिरा। मार्कस हैरिस और लूबेशन ने ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभाल लिया था। हैरिस ने शानदार 79 रन की पारी खेली।
हैरिस को लंच के बाद जडेजा ने बोल्ड किया। इसके बाद तो ऑस्ट्रेलिया के विकेटों का पतन लगातार जारी रहा।ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका शॉन मार्श के तौर पर लगा। मार्कस हैरिस के आउट होने के बाद क्रीज पर आए मार्श जल्द पवेलियन लौट गए। उन्होंने 13 गेंदों में महज 8 रन बनाए।तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए मार्नस लाबुशेन अपना पहल अर्धशतक जड़ने से चूक गए। इसके बाद विकेटों का पतना लगातार जारी रहा। तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के पास चार विकेट मौजूद थे और ऑस्ट्रेलिया भारत से 386 रन पीछे रहा। चौथे दिन भारत ने नई गेंद से ऑस्ट्रेलिया के चार बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया और 322 रन की बढ़त हासिल कर ली। भारत अब जीत से 10 विकेट दूर है वहीं, ऑस्ट्रेलिया को पारी से हार का खतरा टालने के लिए 322 रन की जरूरत है।
भारत के इस प्रदर्शन से टीम ने अपने नाम एक नया रिकॉर्ड दर्ज कर लिया है।
दरअसल, एशिया के बाहर पहली पारी में टीम इंडिया की यह चौथी बढ़त है। पहली पारी में एशिया के बाहर सबसे बड़ी बढ़त की बात करें तो भारत ने 2006 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 373 रन की बढ़त हासिल की थी। इसके अलावा साल 2002 में भारत ने लीड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ 355 रन की बढ़त हासिल की थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए साल 2016 में भारत ने नॉर्थ साउंड में 323 रन की बढ़त हासिल की थी और भारत को जीत हासिल हुई थी।
मौजूदा सीरीज के चौथे मैच में भारत ने चौथी सबसे बड़ी लीड हासिल की है।भारत को इस मैच में पहली पारी के आधार पर 322 रन की बढ़त हासिल हुई है। इसके अलावा साल 2002 में ओवल के मैदान पर भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 319 रन की लीड हासिल की थी। साल 2016 में एक बार फिर से वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत ने किंगस्टन में 304 रन की बढ़त बनाई थी और यह मैच ड्रॉ रहा था।