नई दिल्ली। केदार जाधव ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ शानदार 141 रनों की अटूट साझेदारी करके भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इस साझेदारी में जाधव ने खुद नाबाद 81 रनों का योगदान दिया था। इसकी बदौलत भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला वनडे मैच जीतने में काफी मदद मिली। भारत ने हैदराबाद में हुआ पहला वनडे मैच शुरुआती लड़खड़ाहट के बाद 6 विकेट से जीत लिया। एक समय 99 रनों पर ही 4 विकेट गंवा भारतीय टीम के लिए 237 रनों का लक्ष्य पाना भी मुश्किल दिखाई दे रहा था। लेकिन ठीक तभी जाधव ने धोनी के साथ मिलकर मोर्चा संभाला और भारत को जीत की ओर प्रशस्त किया।
जीते के बाद जाधव गदगद हैं और उन्होंने कहा है कि भारत के लिए लगातार खेलने के मौके मिलना और उन मौकों को भुनाना अपने आप में एक शानदार बात है। बता दें कि जाधव हाल में सम्पन्न हुई टी-20 सीरीज का हिस्सा नहीं थे। भारत यह सीरीज 2-0 से हार गया था। लेकिन वनडे टीम में जाधव ने एक बार फिर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। जाधव ने मैच के बाद कहा- 'मैं भले ही कितना भी चोटिल रहा हूं लेकिन मुझे हमेशा सबसे प्रोत्साहन मिला है और जैसे-जैसे मैं फिट हुआ तब-तब मुझे टीम में जगह मिली। इसका पूरा श्रेय कप्तान कोहली और टीम प्रबंधन को जाता है। उन्होंने मुश्किल समय में भी मुझ पर विश्वास जताया।'
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बता दें अभी विश्व कप के लिए नंबर 6 का स्लॉट खाली है और जाधव तेजी से इस जगह को भरने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं। इस बारे में बात करते हुए जाधव ने बताया कि उनको डेढ़ से दो साल नंबर 6 पर खेलते हुए हो चुके हैं। साथ ही जाधव ने यह भी कहा कि टीम मैनेजमेंट ने उनसे साफ तौर पर कह रखा कि टीम को उनसे क्या चाहिए। टीम ने जाधव को अभी तक नंबर 6 के लिए ही तैयार किया है। वहीं अपनी गेंदबाजी पर बात करते हुए जाधव ने कहा- 'मैंने कभी यह नहीं सोचा है कि मुझे पूरे 10 ओवर गेंदबाजी करनी है लेकिन टीम की जरूरत के हिसाब से मैं बिल्कुल ऐसा कर सकता हूं।' हालांकि जाधव खुद को एक गेंदबाज नहीं मानते हैं।