भारत अरूण , 12वां खिलाड़ी!:
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर ही नहीं इस पूरे साल के दौरान टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरूण का किरदार भारतीय टीम के कोच के तौर पर काफी शानदार रहा है।इस सीरीज की जीत की स्क्रिप्ट में भरत का अहम रोल रहा। डीप में खड़े गेंदबाजों से लगातार बातचीत उनको लगातार फीडबैक देना काफी कारगर रहा। ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी की काट निकालना और उनके क्रम को पढ़ने जैसे काम ने अरूण को जीत का सूत्रधार बनाया। यह वजह रही कि चीम इंडिया के गेंदबाज पहली बार ऑस्ट्रेलियाई धरती पर ही ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी घातक साबित हुए।
गलतियों से सीखा:
भारत की जीत की कड़ी में गलतियों से सीखने की प्रक्रिया काफी अहम रही।आपको याद होगी कि शास्त्री ने एक कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा थी कि आपको अपनी गलतियां से सीखना होगा।ऑस्ट्रेलिया में भारत ने वही किया और टीम का चयन करने में हुई गलती की वजह से भारत को हार का सामना करना पड़ा लेकिन मेलबर्न में टीम ने वापसी की और संतुलित टीम के साथ अपनी झोली में जीत डाली।
थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट !
लेफ्ट ऑर्म थ्रो डाउन विशेषज्ञ के रूप में श्रीलंका के नुवान सेनिविरत्ने की नियुक्ति ने भी भारत की जीत में काफी अहम योगदान निभाया।वनडे मैच के लिए इस खिलाड़ी को स्टाफ में रखा गया और इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भेजा गया। नुवान के कोचिंग के चलते ही भारतीय टीम के लिए मिशेल स्टॉर्क खतरनाक साबित नहीं हुए और वह इस सीरीज में एख बार भी पांच विकेट हॉल नहीं ले पाए।