इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज:
एलिस्टेयर कुक ने ओवल टेस्ट की दूसरी पारी में जैसे ही 78 रन बनाए वैसे ही,उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुमार संगकारा के 12400 रन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। संगकारा ने 134 टेस्ट मैचों में 12400 रन बनाए थे और कुक ने 161वां और आखिरी टेस्ट मैच खेलते हुए किया यह कारनामा किया।इस रिकॉर्ड के साथ ही सबसे ज्यादा रन बनाने की लिस्ट में वह पांचवें स्थान पर आ गए हैं। कुक टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए 12400 रन बनाने वाले पहले इंग्लिश खिलाड़ी हैं।
कुक के नाम ये खास रिकॉर्ड:
कुक ने भारत के खिलाफ 2006 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। उन्होंने नागपुर में अपना पदार्पण मैच खेलते हुए पहली पारी में 60 तो दूसरी पारी में नाबाद 104 रन बनाए थे। वो अपने पहले और आखिरी दोनों टेस्ट मैचों की सभी पारियों में फिफ्टी लगाने वाले दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। कुक से पहले ये कमाल द. अफ्रीकी खिलाड़ी ब्रूस मिचेल ने किया था।
ओपनर के रूप में दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज:
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज मैथ्यू हेडन को पीछे छोड़ते हुए एलिस्टर कुक ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया।ओपनर के रूप में सर्वाधिक शतक जड़ने के मामले में एलिस्टर कुक अब दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।इससे पहले ओपनर के तौर पर सुनील गावस्कर ने ओपनर के रूप में 203 पारियों में 33 शतक लगाए हैं।
एलिस्टर कुक ने ओपनर के रूप में 278 पारियों में 31 शतक लगाए हैं वहीं, मैथ्यू हेडन ने ओपनर के रूप में 184 पारियों में 30 शतक लगाए थे।
भारत के खिलाफ सातवां टेस्ट शतक
कुक ने भारत के खिलाफ सातवां टेस्ट शतक बनाया। इस शतक के साथ ही कुक ने केविन पीटरसन (छह शतक) को पीछे छोड़। वह अब रिकी पोंटिंग (2555) के बाद भारत के खिलाफ सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं।
टेस्ट क्रिकेट इतिहास के पांचवें बल्लेबाज:
इंग्लैंड की दूसरी पारी में पचास के बाद एलिस्टर कुक ने अपनी पारी को शतक में तब्दील किया और 147 रन बनाकर आउट हुए। इसके साथ ही वो टेस्ट क्रिकेट इतिहास के पांचवें ऐसे क्रिकेटर बन गए जिसने अपने पहले और अंतिम टेस्ट मैचों में शतक जड़ने का कमाल किया।ऐसा करने के साथ ही वह इन खिलाड़ियों की बराबरी कर चुके हैं।मोहम्मद अजहरुद्दीन (भारत) ने पहले मैच की पहली पारी में 110 रन, अंतिम मैच की दूसरी पारी में 102 रन बनाए थे। एक समया भारत के कोच पह चुके ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्रेग चैपल ने पहले मैच की पहली पारी में 108 रन, अंतिम मैच की पहली पारी में 182 रन बनाए थे। रेगीनाल्ड डफ (ऑस्ट्रेलिया) के खिलाड़ी भी यह कारनाम कर चुके हैं। उन्होंने पहले मैच की दूसरी पारी में 104 रन, अंतिम मैच की पहली पारी में 145 रन बनाए थे। विलियम पोन्सफोर्ड (ऑस्ट्रेलिया) ने भी पहले मैच की पहली पारी में 110 रन, अंतिम मैच की पहली पारी में 266 रन बनाए थे।