दूसरे दिन इंग्लैंड की तेज शुरुआत
पांचवें टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड ने तेज शुरूआत की। आदिल रशीद के विकेट गिरने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड और जॉस बटलर ने पहली पारी में तेजी से रन बनाए। 9 विकेट के लिए इन दोनों खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड 98 रनों की साझेदारी की और पहले दिन हावी रही टीम इंडिया की मजबूत दिखती पकड़ को कमजोर कर दिया। 117वें ओवर की तीसरी गेंद टीम इंडिया के लिए सिरदर्द बनी इस पारी को रविंद्र जडेजा ने तोड़ा।
जडेजा ने लिया ब्रॉड का विकेट
जडेजा की एक घूमती गेंद पर स्टुअर्ट ब्रॉड ने गेंद की पिच तक बिना पहुंचे बल्ला चलाया और गगनचुंबी कैच को तेज डाइव लगाकर लपक लिया। स्लिप में लोकेश राहुल ने चौथे टेस्ट में सात कैच लिए थे और पांचवें मैच में यह कैच लपककर उन्होंने राहुल द्रविड़ के 14 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। द्रविड़ ने साल 2004 में एक श्रृंखला में सबसे अधिक 13 कैच लिए थे।
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लोकेश राहुल का कमाल
लोकेश राहुल भले ही पिछली 13 पारियों में 13 की औसत से 171 रन ही बनाए हों लेकिन पांचवें टेस्ट में यह कैच लेकर द्रविड़ के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। उन्होंने भी मौजूदा श्रृंखला में अब तक 13 कैच लिए हैं। ब्रॉड ने 59 गेंदों में 38 रनों की पारी खेली। एकनाथ सोल्कर ने साल 1972-73 में 12 कैच लिए थे। यह इंग्लैंड में खेले गए किसी एक श्रृंखला में एक क्षेत्ररक्षक के द्वारा लिया गया भी सबसे अधिक कैच है। वैली हैमंड, जैक इकिन, एलन बॉर्डर और इयान बोथम ने इससे पहले एक श्रृंखला में सर्वाधिक 12 कैच लिए थे।
नॉटिंघम टेस्ट में कैच से हुआ था कमाल
टेस्ट क्रिकेट में हाल के दिनों में टीम इंडिया की स्लिप फील्डिंग पर कई सवाल उठे। नॉटिंघम टेस्ट मैच से पहले तेज गेंदबाजों पर पिछले 4 सालों में 32 कैच पकड़े और 45 कैच ड्रॉप कर दिए थे। इस आंकड़े को ऋषभ पंत ने पहली पारी में 5 और लोकेश राहुल ने पूरे मैच में 7 शानदार कैच लेकर बदल दिया था। लेकिन पांचवें टेस्ट में कप्तान कोहली ने मोईन अली और अजिंक्य रहाणे ने एलिस्टर कुक का कैच टपकाया था।