पहली गेंद पर हुआ क्या था
न्यूजीलैंड ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया। कीवी टीम ने कॉलिन मुनरो की जगह टीम में हेनरी निकोल्स को टीम में शामिल किया था। कोहली ने भुवनेश्वर कुमार को ओपनिंग गेंदबाजी की जिम्मेदारी दी। स्ट्राइक पर थे मार्टिन गुप्टिल और व भुवनेश्वर की एक अंदर आती गेंद पर बाल-बाल बचे। आसमान में बादल छाए होने की वजह से भुवी को शानदार इनस्विंग मिला और गुप्टिल के पैड पर 133 किमी/घंटे की रफ्तार से आती गेंद लगी। भारतीय फील्डर्स को ऐसा लगा कि वो आउट थे। विराट ने भुवी से बातचीत की, धोनी भी अपने इनपुट दे रहे थे और रिव्यू लेने का फैसला लिया गया लेकिन यह भारत के पक्ष में नहीं गया।
टीम इंडिया ने पहली ही गेंद पर गंवाया फील्डिंग रिव्यू
भुवनेश्वर की यह गेंद लाइन में पिच तो हो रही थी लेकिन विकेट को मिस कर रही थी। इसलिए अंपायर का फैसला मान्य हुआ। अंपायर ने अपील के बाद गुप्टिल को नॉट आउट दिया था। अंपायर्स कॉल होने के बाद टीम इंडिया का रिव्यू खत्म हो गया और भारतीय टीम अब पूरा मैच बिना रिव्य के खेलेगी। धोनी ने पाकिस्तान और इंग्लैंड के मैच में रिव्यू लेने में गलती की थी। इस मैच में भारतीय टीम ने फील्डिंग के वक्त का रिव्यू खो दिया है। अब भारतीय क्रिकेट फैंस सिर्फ इस बात की दुआ कर सकते हैं कि टीम इंडिया को गेंदबाजी के दौरान किसी रिव्यू की दरकार न हो।
गुप्टिल के लिए बुरा सपना साबित हुआ ये विश्व कप
हालांकि मार्टिन गुप्टिल को जसप्रीत बुमराह ने चौथे ओवर में 1 रन पर विराट के हाथों कैच करवा कर आउट किया और टीम इंडिया को पहली सफलता दिला दी। गुप्टिल के लिए यह विश्व कप डरावना सपना ही साबित हुआ। उन्होंने इस टूर्नामेंट में केवल 167 ही रन बनाए जिसमें उनका औसत 20.87 का रहा। वे एक भी शतक नहीं लगा सके जबकि उनका सर्वाच्च स्कोर नाबाद 73 रन रहा। ये वहीं गुप्टिल हैं जिन्होंने पिछले विश्व कप में न्यूजीलैंड को फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
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