और मुश्किल हुआ यो-यो टेस्ट
भारतीय टीम आजकल अपने फिटनेस स्तर की माप के लिए इंटरनेशल स्तर पर स्वीकार्य यो-यो टेस्ट को अपनाती रही है और टीम इंडिया के प्रत्येक खिलाड़ी को इसी से गुजरकर पास होना पड़ता है। इस समय खिलाड़ियों को यो-यो टेस्ट में पास होने के लिए समय-समय पर 16.1 अंक का स्कोर पास करना होता है और उसी के बाद वह देश के लिए खेलने का योग्य साबित होता है। लेकिन, बेंगुलरु टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शास्त्री ने अपने नए कार्यकाल में न्यूनतम यो-यो टेस्ट पास करने के अंक 16.1 से बढ़ाकर 17 करने का फैसला कर लिया है।
न्यूनतम पास अंक अब 17 होंगे-
रिपोर्ट बताती है कि शास्त्री जल्द ही इस बारे में संबंधित लोगों के साथ मीटिंग करेंगे और अपनी योजना पर चर्चा करेंगे। बेंगुरु मिरर के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, 'फिटनेस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अभिन्न हिस्सा है और न्यूनतम योग्यता अंक 17 होंगे।' यह भी बताया गया है कि ये नया नियम भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 सीरीज से लागू हो जाएगा। पहला मैच 15 सिंतबर को धर्मशाल में खेला जाना है।
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दक्षिण अफ्रीका सीरीज से हो जाएगी शुरुआत
आपको बता दें कि यो यो' टेस्ट एक तरह की एरोबिक एन्ड्यूरेंस ट्रेनिंग एक्सरसाइज होती है जो डेनिस फुटबॉल फिजियोलोजिस्ट जेंस बेंग्लबो ने डेवलेप की थी। इस टेस्ट में 20 मीटर की दूरी पर दो कोन रखे जाते हैं और बीप की आवाज के साथ खिलाड़ी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचना होता है। इससे खिलाड़ी की फिटनेस और मजबूती का आकलन होता है। भारत टीम में जगह बनाने के लिए अब इस टेस्ट को पास करना जरूरी होता है। शुरू में यो-यो टेस्ट में कई फेल होने के बाद अंबाती रायडू और मोहम्मद शमी ने टेस्ट पास कर लिया था। शमी आज दुनिया के फिट खिलाड़ियों में शुमार किए जाते हैं।