नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच एंटीगा में खेले जा रहे टेस्ट के पहले दिन के हीरो अजिंक्य रहाणे साबित हुए। विंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने टाॅस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया जो उनके लिए सही साबित हुआ। भारत ने 33.2 ओवर में 93 रनों पर 4 महत्तवपूर्ण विकेट गंवा दिए। भारत को इस मुश्किल स्थिति से बाहर निकालने में अजिंक्य रहाणे ने संकटमोचक की भूमिका निभाई। रहाणे ने गेंदबाजों की मददगार परिस्थितियों के बीच शानदार धैर्य का परिचय देते हुए 163 गेंदों का सामना किया और 10 चौके लगाकर 81 रनों की पारी खेली। टीम इंडिया ने दिन का खेल समाप्त होने तक 6 विकेट पर 203 रन बना लिए थे।
रहाणे भले ही अपने शतक से 19 रन दूर रह गए लेकिन वे अपने लिए स्वार्थी नहीं होना चाहते थे बल्कि उनके लिए पहला काम टीम को नाजुक स्थिति से बाहर निकालना था। बता दें कि रहाणे ने इससे पहले टेस्ट शतक लगभग दो साल पहले श्रीलंका के खिलाफ 2017 में लगाया था।
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पहले दिन के खेल की समाप्ति के बाद रहाणे से जब बात की गई तो उन्होंने कहा, 'मैं जानता था कि ये सवाल (शतक लगाने को लेकर) आएगा। मैं जब तक क्रीज पर रहा, मैं केवल अपनी टीम के बारे में सोच रहा था, मैं स्वार्थी इंसान नहीं हूं। इसलिए मुझे इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है कि मैं शतक नहीं लगा सका क्योंकि मेरा मानना है कि इस विकेट पर 81 रनों की पारी काफी अहम थी और अब हम मैच में ठीक-ठाक स्थिति में हैं।'
इसी बीच रहाणे ने बताया कि वह अपने शतक के बारे में सोच जरूर रहे थे लेकिन जिस समय वे क्रीज पर आए उस समय स्कोर 25 रन पर 3 विकेट था। रहाणे ने उस स्थिति का जिक्र करते हुए बताया- उस समय मैं केवल यही सोच रहा था कि टीम के लिए कैसे योगदान कर सकता हूं। अगर मैं अच्छा खेलना जारी रखूंगा तो शतक खुद बन जाएगा।
रहाणे ने इस काउंटी क्रिकेट में खेलने को भी महत्वपूर्ण बताया। रहाणे को विश्व कप टीम में नहीं चुना गया था जिसके बाद उन्होंने हैंपशायर काउंटी की ओर से खेलने का फैसला किया था। रहाणे ने इस पर भी बात करते हुए बताया, 'जब आप इंग्लैंड में ड्यूक बॉल के साथ खेलते हो, तब आपको अपने शरीर के करीब से खेलने होता है। मैंने वहां नंबर 3 तीन पर बैटिंग की और मुझे नई गेंद का सामना करने का भी मौका मिला। इन दो महीनों में मैंने अपने समय का अच्छा इस्तेमाल किया। फिलहाल ये कहना जल्दबाजी होगी की मुझे इससे फायदा हुआ या नहीं लेकिन ये अच्छा हुआ कि मुझे वहां कुछ अभ्यास करने का मौका मिल गया।'
रहाणे ने एंटीगा टेस्ट के पहले दिन विकेट पर बात करते हुए बताया कि शुरुआती समय में विकेट मुश्किल था। इस पर कुछ बाउंस और स्विंग दोनों मौजूद थी। इसके अलावा विंडीज गेंदबाजों ने भी अच्छी गेंदबाजी की। रहाणे ने बताया कि उनकी रणनीति एक समय में एक गेंद पर ध्यान देने की रही और यहां से धीरे-धीरे खेल को आगे बढ़ाया गया।
इस दौरान उन्होंने रोच की भी तारीफ की और कहा- 'रोच ने शानदार गेंदबाजी की। रोच और होल्डर का पहला स्पैल शानदार था। उस समय लोकेश राहुल और मेरे बीच में अच्छा तालमेल बना हुआ था और हमने एक दूसरे को सपोर्ट किया।' बता दें कि इस मैच में रोच ने अभी तक 3 विकेट लिए हैं जबकि रहाणे का अच्छा साथ निभाते हुए राहुल (44) और हनुमा विहारी (32) ने भी बढ़िया बल्लेबाजी की थी।