नई दिल्ली: क्रिकेट में जितनी चर्चा हालिया समय में अंपायरिंग को लेकर हुई है उतनी शायद ही किसी और चीज को लेकर हुई है। क्रिकेट विश्व कप 2019 तो पूरी तरह से अंपायरों के फैसलो पर बदल गया। यही मामला एशेज टेस्ट सीरीज में देखने को मिला। क्रिकेट के इतिहास की महान पारी खेलने वाले स्टोक्स इतने बड़े हीरो शायद ही बन पाते अगर उनको नाथन लियोन की गेंद पर अंपायर ने आउट दे दिया होता। घटिया अंपायरिंग का ताजा मामला भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज में भी देखने को मिला है।
जमैका में चल रहे दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में मयंक अग्रवाल को अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने तब आउट दे दिया जब गेंदबाज कीमार रोच ने अपील ही काफी हल्की की थी। मयंक उस समय दो विकेट गिरने के बाद विराट कोहली संग भारतीय पारी को संभालने की कोशिश कर रहे थे। जब वे 53रनों के निजी स्कोर पर खेल रहे थे तभी रोच की एक गेंद खेलने से वे चूक गए और गेंद बल्ले को छकाते हुए विकेटकीपर के पास चली गई।
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विकेटकीपर और गेंदबाज ने आदतन अंपायर से अपील कर दी लेकिन इस अपील में दम नहीं था। फिर से रिचर्ड केटलबोरो ने तपाक से अंगुली उठा दी। अंपायर की इस हरकत पर मयंक की तो आंखे फटी रह ही गई बल्कि रोच को भी हैरानी हुई। जाहिर है इसके बाद बल्लेबाज ने रिव्यू लिया जिसमें साफ जाहिर हुआ की गेंद ने बल्ले का दूर-दूर तक कोई किनारा नहीं लिया। इसके बाद रिचर्ड केटलबोरो को अपना फैसला पलटना पड़ा।
— Mohit Das (@MohitDa29983755) August 30, 2019
बता दें कि मंयक ने इस मैच में 55 रनों की पारी खेली और उन्होंने कोहली के साथ मिलकर 69 रनों की अहम साझेदारी भी की। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक भारत 5 विकेट के नुकसान पर 264 रन बना लिए थे और हनुमा विहारी (42) व ऋषभ पंत (27) क्रीज पर मौजूद थे।