इसलिए माना है महान
इंजमाम ने मियांदाद के बारे में बात करते कहा, ''मैं उस खिलाड़ी का जिक्र करने जा रहा हूं जो क्रिकेट खेलने के दौरान सभी बल्लेबाजों का हीरो थे। मैं जावेद मियांदाद के बारे में बात कर रहा हूं। वह पाकिस्तान के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे जिन्होंने बताैर बल्लेबाज टीम को बहुत कुछ दिया है। मैंने उनके साथ एक खिलाड़ी के रूप में चार से पांच साल तक खेला है और फिर एक कोच के रूप में भी। उन्हें खुद पर बहुत विश्वास था जिसने उन्हें इतना महान बना दिया।''
मियांदाद करते थे स्लेजिंग
यही नहीं, इंजमाम ने यह भी खुलासा किया वह गेंदबाजों पर ही स्लेजिंग कर देते थे। उन्होंने कहा, ''मैंने एक बार मुश्ताक मोहम्मद से बात की, उन्होंने मुझे बताया कि जब मियांदाद एक युवा थे, तो वे ऑस्ट्रेलिया गए थे, जहां अन्य बल्लेबाजों को डर था तो वहीँ मियांदाद में मैदान पर उतरने का पूरा विश्वास था और वो निडर सोच रखते थे। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों की स्लेजिंग करते थे। आमतौर पर, गेंदबाज अपनी लय से बल्लेबाजों को आउट करने के लिए स्लेजिंग करते हैं लेकिन मियांदाद ने इसे पलट दिया। वह एक बड़े मैच के खिलाड़ी थे और हर मौके पर पहुंचे।''
रन बनाने पर देते थे ध्यान
इंजमाम उल हक ने कहा, ''उन्होंने खिलाड़ियों को पता नहीं चलने दिया कि बड़ी पारियां खेलते समय स्थिति कितनी कठिन है। जब मैंने उनके साथ बल्लेबाजी की तो मुझे पता चला की वो बल्लेबाजी करते समय अन्य बल्लेबाजो को उसके गुण समझा देते हैं। वह जानते थे कि रन कैसे बनाने हैं। उन्होंने तकनीक पर ध्यान देने से ज्यादा रन बनाने पर ही ध्यान दिया।''