मुंबई। वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए आईपीएल 11 के फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इतिहास रच दिया है। दरअसल धोनी को विकटों के पीछे बिजली की रफ्तार में स्टंपिंग करने के लिए जाना जाता है। एक बार फिर उन्होंने स्टंपिंग के जरिए एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया है। दरअसल धोनी अब आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने वाले विकेट कीपर बन गए हैं। धोनी ने ये कारनामा रॉबिन उथप्पा को पछाड़कर अपने नाम किया है। धोनी के नाम अब आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा 33 स्टंपिंग हैं जबकि उथप्पा ने 32 स्टंपिग की हैं।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी सनराइजर्स हैदराबाद की शुरुआत बेहद खराब रही। चोटिल साहा की जगह पर टीम में शामिल किए गए कीपर श्रीवत्स गोस्वामी 5 गेंदों में 5 रन बनाकर रन आउट हो गए। दूसरे ओवर में हैदराबाद का पहला विकेट गिरा गया। लुंगी के इस ओवर में धोनी ने कर्ण शर्मा के थ्रो पर शानदार तरीके से गोस्वामी को आउट कर हैदराबाद को पहला झटका दिया।
हालांकि उसके बाद बल्लेबाजी करने आए कप्तान केन विलियसमन ने शिखर धवन के साथ मिलकर पारी को संभाला और हैदराबाद ने पॉवर प्ले के 6 ओवर तक एक विकेट खोकर 42 रन बना लिए थे। हालांकि 9वें ओवर की तीसरी गेंद पर रविन्द्र जडेजा ने शिखर धवन (26) को क्लीन बोल्ड किया। दूसरे विकेट के लिए दोनों बल्लेबाजों के बीच 51 रन की साझेदारी हुई। इसके बाद 13वें ओवर की पहली गेंद सनराइजर्स हैदराबाद को सबसे बड़ा झटका लगा। कर्ण शर्मा ने कप्तान केन विलियमसन को स्टंप आउट कराया। विलियमसन 36 गेंदों पर 5 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 47 रन की शानदार पारी खेलकर आउट हुए।
विलियमसन कर्ण शर्मा की गेंद पढ़ नहीं पाए और धोनी की बिजली जैसी स्टंपिंग का शिकार हो गए। इसी के साथ धोनी आईपीएल के इतिहास में सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने वाले खिलाड़ी बन गए। तीसरे विकेट के लिए शाकिब और विलियमसन के बीच 37 रन की साझेदारी हुई। इसके बाद 16वें ओवर की पांचवी गेंद पर ड्वेन ब्रावो ने शाकिब अल हसन (23) को सुरेश रैना के हाथों कैच आउट कराया। इसके अलावा 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर लुंगी एन्गिडी ने दीपक हूडा (3) को चलता किया। पारी की आखिरी गेंद पर शारदुल ठाकुर ने कार्लोस ब्रैथवेट (11 गेंदों में 21 रन) को रायडू के हाथों कैच आउट कराया। हैदराबाद की तरफ से युसुफ पठान 25 गेंदों में 4 छक्के और 2 चौकों की मदद से 45 रन बनाकर नाबाद रहे।