इंदौर। आईपीएल-11 का 44वां मुकाबला किंग्स इलेवन पंजाब और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच शनिवार को शाम 4 बजे से इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जाएगा। 10 में से 6 मैच जीतकर पंजाब की टीम तीसरे स्थान पर है तो वहीं 11 में से 5 मैच जीतकर पांचवे स्थान पर है। आईपीएल का कारवां जैसे जैसे अपने आखिरी पड़ाव की ओर बढ़ रहा है वैसे-वैसे टीमों के बीच नॉक आउट राउंड में पहुंचने की जद्दोजहद तेज हो रही है। दिल्ली और बेंगलुरू की टीमें तो प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी हैं और सनराइजर्स हैदराबाद अपनी जगह पक्की करने वाली पहली टीम बन चुकी है।
अब कहा जा सकता है कि अगर इंदौर में केकेआर को हार मिली तो फिर प्ले ऑफ में पहुंचने की उसकी उम्मीदें लगभग खत्म हो जाएंगीं। वहीं पॉइंट्स टेबल में तीसरी पोजिशन पर मौजूद किंग्स इलेवन पंजाब किसी भी सूरत में अपने इस पायदान को गंवाना नहीं चाहेगी। पंजाब और कोलकाता दोनों ही टीमें अपने-अपने पिछले मैच हारकर यहां पहुंची हैं और होलकर स्टेडियम में वह फिर से विजयी पथ पर लौटने का प्रयास करेंगी। जहां पंजाब को पिछले मैच में राजस्थान रॉयल्स से पिछले मैच में 15 रनों से हार मिली थी, वहीं कोलकाता को मुंबई इंडियंस ने 102 रनों से करारी शिकस्त दी थी।
हालांकि पंजाब को अपने दूसरे घर में खेलने का फायदा मिलेगा। एक बार फिर मेजबान टीम लोकेश राहुल और क्रिस गेल की सलामी जोड़ी पर निर्भर रहेगी, जो अभी तक इस लीग में क्रमश: 311 और 471 रन बना चुके हैं। शुरुआत में गेल ने जबर्दस्त फॉर्म दिखाया था लेकिन पिछले कुछ मैचों में वह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। उनसे यहां टीम को एक बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी। उनके सलामी जोड़ीदार राहुल ने पिछले दो मैचों में अपनी सर्वश्रेष्ठ पारियां (84 और 95 रनों) खेली लेकिन दूसरे छोर से उन्हें ज्यादा साथ नहीं मिल सका। वह इस फॉर्म में बरकरार रखना चाहेंगे। पंजाब के लिए परेशानी का सबब उसका मिडिल ऑर्डर बना हुआ है। करुण नायर, अनुभवी युवराज सिंह, एरोन फिंच, मनोज तिवारी और मयंक अग्रवाल पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं। नॉकआउट चरण से पहले टीम इनके फॉर्म में लौटने की उम्मीद कर रही है।
वहीं केकेआर की बात करें तो मुंबई इंडियंस के खिलाफ मिली हार की कड़वी यादों को पीछे छोड़ कर एकजुट होकर इस मैच में उतरना होगा। केकेआर के लिए यह करो या मरो का मुकाबला है। केकेआर की सलामी जोड़ी यानी क्रिस लिन और सुनील नरेन के प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव दिखा है। केकेआर की सबसे बड़ी ताकत उसके कप्तान दिनेश कार्तिक हैं जिन्होंने 11 मुकाबलों में 321 रन बनाए हैं। रॉबिन उथप्पा को भी इस मुकाबले में एक बड़ी और तेज पारी खेलने कर अपनी टीम को मजबूती देने की जरूरत होगी।