कभी महज 60 रुपये कमाते थे
कभी महज 60 रुपये की दैनिक मजदूरी पर काम करने वाले जम्मू-कश्मीर के बल्लेबाज मंजूर डार लंबे (सौ मीटर से ज्यादा दूर) छक्के लगाने के लिए जाने जाते हैं। आईपीएल में बिकने के बाद डार ने कहा, ‘मैं इस मौके लिए अल्लाह का शुक्रगुजार हूं, किंग्स इलेवन और प्रीति (जिंटा) का भी। मेरी जिंदगी संघर्षों से भरी हुई है और जब मुझे नीलामी में टीम मिली तो मैं उस दिन के बारे में सोच रहा था जब मैं गांव में मजदूरी कर रोजाना 60 रुपये कमाता था।'
घाटी में मंजूर पांडव के नाम से जाने जाते हैं
राज्य भर में तमाम क्रिकेट प्रतियोगिताओं के जरिए काबिलियत का लोहा मनवाने वाले मंजूर अहमद डार उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के सोनावारी इलाके में रहते हैं और पेशे से सिक्यॉरिटी गार्ड हैं। घाटी में मंजूर पांडव के नाम से जाने जाते हैं।
पैसे का इस्तेमाल मैं बीमार मां के इलाज के लिए करंगा
डार को लगता है कि आईपीएल में मिले 20 लाख रुपए से उनकी लिए बेहतर जिंदगी की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा, ‘मैं पिछले तीन साल से घर बनावा रहा हूं जो अभी भी पूरा नहीं हुआ है। उम्मीद है अब उसे पूरा करवा पाऊंगा। इस पैसे का इस्तेमाल मैं बीमार मां के इलाज के लिए करंगा।'
लगभग 30,000 लोग हमें बधाई देने आए
बता दें कि डार आईपीएल नीलामी में करार पाने वाले जम्मू-कश्मीर के इकलौते क्रिकेटर है, जो सिर्फ उनके लिए ही नहीं बल्कि राज्य के लिए भी बड़ी बात है। अगले महीने होने वाले विजय हजारे ट्रॉफी की जम्मू में तैयारियों में लगे डार ने कहा, ‘अभी थोड़ी देर पहले मैं मां से बात कर रहा था। उन्होंने (मां) ने बताया कि लगभग 30,000 लोग हमें बधाई देने आए हैं। ऐसा प्यार पाना काफी खास है।' डार ने कहा कि क्रिकेट खेलने के सपने को पूरा करने के लिए वह रात में सुरक्षा गार्ड का काम करते थे और दिन में क्रिकेट खेलते थे जो काफी मुश्किल था।