नई दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक अप्रत्याशित कदम के तहत 11 अप्रैल को मैदान में एक ऐसे काम को अंजाम दिया जिसकी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी। अपने पूरे क्रिकेट करियर में बेहद शांत रहकर कैप्टन कूल की पदवी पाने वाले इस खिलाड़ी ने चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान की हैसियत से अपना आपा तब खो दिया था जब राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाज बेन स्टोक्स की फुलटॉस को स्ट्रेट अंपायर ने नो-बॉल करार देकर बाद में अपना फैसला पलट दिया।
उसके बाद धोनी डगआउट से मैदान पर वापस जाते हुए दिखाई दिए और भड़के हुए माही ने अंपायरों की खूब क्लास लगाई। धोनी के व्यवहार क्रिकेट विश्लेष्कों और पूर्व क्रिकेटरों ने हैरानी जताई है। अब इस लिस्ट में बिशन सिंह बेदी का भी बयान जुड़ गया है जिन्होंने धोनी के मैदानी बर्ताव पर चर्चा की है।
अंपायर के फैसले पर धोनी ने खोया आपा, करियर में पहली बार की ऐसी 'हरकत', VIDEO
बेदी ने धोनी को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीटर पर कहा है- 'क्रिकेट में कभी भी किसी खराब चीज के लिए जगह नहीं रही, जब तक खेल के नियमों का उल्लंघन नहीं करते हो तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन कुछ किस्म के व्यवहार इस खेल को बदनाम करते हैं..कभी भी कोई खिलाड़ी खेल से बड़ा नहीं रहा है, इस खेल में खिलाड़ियों और अधिकारियों से अनुकरणीय अनुशासन दिखाने की मांग की जाती है।'
इसके साथ ही बेदी ने धोनी पर केवल मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाए जाने को भी बचकाना बताया है। आपको बता दें इससे पहले आकाश चोपड़ा भी धोनी के साथ इस मामले में अंपायर को दोष देते हुए कह चुके हैं कि धोनी ने ऐसा बर्ताव करके आज की रात कोई अच्छा उदाहरण पेश नहीं किया। जबकि चेन्नई के कोट स्टीफन फ्लेमिंग के अनुसार धोनी सिर्फ यह स्पष्ट करना चाहते थे कि यह नो-बॉल है या नहीं।
बात चाहे जो भी है, धोनी के अति-उत्साहपूर्ण व्यवहार के कारण आईपीएल का यह सीजन और भी ज्यादा गला-काट प्रतियोगिता का प्रतीक बनता जा रहा है जहां बस आपको जीत से मतलब होता है। इससे पहले आर अश्विन जैसे अनुशासित खिलाड़ी ने जॉस बटलर को बिना चेतावनी दिए मांकड आउट करके काफी फजीहत कराई थी।