धोनी की GAMBLING स्किल अपनाकर हिट हुए हिटमैन
ऐसा कहा जाता है कि टी-20 क्रिकेट में एक गेंद से मैच बदल सकता है और युवाओं के खेल कहे जाने वाले इस प्रारूप में पिछले सीजन मुंबई इंडियंस के गेंदबाजी कोच रहे लसिथ मलिंगा ने 35 साल की उम्र में आईपीएल का नया इतिहास इस एक गेंद से लिखा। IPL Final की आखिरी गेंद पर उन्होंने शार्दुल ठाकुर को LBW आउट कर अपनी टीम को ट्रॉफी दिलाई। मलिंगा ने 2007 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार गेंदों में चार विकेट झटक कर सनसनी मचा दी थी। 12 साल बाद उन्होंने आईपीएल-12 में आखिरी गेंद में विकेट झटक कर मुंबई को आईपीएल की FOURTRICK जीत दिलाई। टीम इंडिया के टी-20 वर्ल्ड कप (साल 2007) और वर्ल्ड कप (साल 2011) में जीत के लिए धोनी के गेम्ब्लिंग स्किल की चर्चा होती है लेकिन रोहित ने धोनी के इस स्किल का आईपीएल-2019 में जमकर प्रयोग किया। ट्रॉफी जीतने के बाद रोहित ने बताया कि 16वें ओवर (20 रन) में मलिंगा की पिटाई के बावजूद उन्होंने आखिरी ओवर उन्हें गेंद देने का फैसला किया और उन्होंने महज 9 रन डिफेंड कर टीम को खिताब जिता दिया। उन्होंने कहा कि 'मलिंगा पहले भी ऐसी स्थिति में हमें मैच जिता चुके थे इसलि मेरे दिमाग में आखिरी ओवर को लेकर पहले से ही उनके लिए प्लान सेट था'। रोहित ने इस स्किल का टी-20 क्रिकेट में जमकर प्रयोग किया जिसकी वजह से सूर्य कुमार यादव ने एलिमिनेटर में मैच जिताऊ पारी खेली। रोहित ने आईपीएल-2019 में ऐसे कई गैंबल किए जो उनके पक्ष में गया और वो आईपीएल का नया इतिहास लिखने में कामयाब रहे। यादव को बैटिंग में प्रमोट करने का फैसला भी रोहित का था और इसका परिणाम भी उन्हें मिला।
READ MORE : IPL 2019: क्या धोनी खेलेंगे अगला आईपीएल, जानिए क्या था उनका जवाब
मैन मैनेजिंग स्किल में अव्वल निकले रोहित
इंडियन प्रीमियर लीग को 'मैन मैनेजर गेम' भी कहा जाता है, स्किल,पिच, कंडीशन और विपक्षी टीम की काबिलियत देखकर टीम का चयन इस गेम को जीतने की सबसे अहम कड़ी मानी जाती है। 'थाला' धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स भले ही आईपीएल-2019 का फाइनल नहीं जीत पाई और माही भले ही लोगों को अपने टीम की सफलता का राज नहीं बताना चाहते हों लेकिन चेन्नई के इस प्रारूप में सबसे सफल टीम होने के पीछे इस स्किल सेट ने भी एक बड़ी भूमिका निभाई है। आईपीएल-2019 के फाइनल में भले ही पूरे मैच में चेन्नई-मुंबई एक दूसरे को ट्रॉफी देते हुए दिखे लेकिन मुंबई के कोच महेला जयवर्धने चेन्नई क स्टीफेन फ्लेमिंग से एक बेहतर मैन मैनेजर साबित हुए और राहुल चहर जैसी युवा प्रतिभा से उनका बेस्ट निकलवाया। हाल में दिए एक साक्षात्कर में दिल्ली कैपिटल्स के फील्डिंग कोच मोहम्मद कैफ ने भी इस बात को स्वीकार किया कि "इस प्रारूप में सभी खिलाड़ी प्रतिभाशाली होते हैं लेकिन धोनी अपने खिलाड़ियों से बेस्ट लेना जानते हैं और रोहित में भी यही गुण शामिल हैं जिसकी वजह से ये दोनों टीमें आईपीएल में इतनी सफल टीमें हैं।" रोहित ने होम गेम के साथ-साथ पिच और कंडीशन के हिसाब से खिलाड़ी चुनते रहे और परिणाम उनके पक्ष में गया। वैसे तो इस स्किल की सबसे अधिक चर्चा (मैन टू मैन मार्किंग) हॉकी में होती है लेकिन क्रिकेट के बड़े मैच में इसकी भूमिका सबसे अलग होती है।
READ MORE - IPL 2019: लसिथ मलिंगा के अंतिम ओवर में मुंबई इंडियंस के चैंपियन बनने की पूरी कहानी
युवा और अनुभव का मिश्रण
मुंबई इंडियंस ने चार बार आईपीएल खिताब जीतने के लिए जिस स्किल सेट का सबसे अधिक और सटीक मैचों में प्रयोग किया है वह है युवा प्रतिभ और तजुर्बे का मिश्रण। ईशान किशन, सूर्य कुमार यादव, राहुल चहर जैसी युवा प्रतिभा ने जहां आईपीएल-2019 के हर एक मैच में मिले मौके को बखूबी निभाया वहीं टी-20 के सबसे घातक और उम्रदराज गेंदबाज लसिथ मलिंगा का अनुभव और जसप्रीत बुमराह जैसे युवा तेज गेंदबाज का पैनापन बड़े मैच में एक वरदान साबित हुआ। बतौर कप्तान रोहित शर्मा ने कई विषम परिस्थितियों में खिलाड़ियों को आउट ऑफ फॉर्म या आउट ऑफ रिदम होने के बावजूद बैक किया,आईपीएल फाइनल में 16वें ओवर में मलिंगा की धुनाई होने के बावजूद 20वां ओवर कराने का फैसला, कीरेन पोलार्ड का पूरे लीग में बहुत अधिक रन नहीं बनाने के बावजूद प्लेइंग-11 में जगह देना ऐसे कई फैसले ने रोहित को एक बेहतर लीडर के तौर पर स्थापित कर दिया है। क्विंटन डी कॉक की कई धीमी पारियों के बावजूद रोहित न उन्हें टीम में शामिल रखा जिससे सौरव गांगुली की कही यह बात साबित हुई कि 'अगर आप किसी खिलाड़ी को उसके खराब फॉर्म के दौरान बैक करते हैं तो वो एक बेहतर खिलाड़ी बनते हैं और आपकी टीम के लिए मैच भी जीतते हैं' .
'द वॉल' का थ्री-Cफॉर्मूला
मुंबई इंडियंस की चौथी आईपीएल ट्रॉफी जीत में जिस स्किल सेट ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई है वह है राहुल द्रविड़ के लिए एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर लिखे तीन शब्द "Commitment,Class और Consistency . यह भले ही टीम इंडिया की 'दीवार' कहे जाने वाले द्रविड़ के लिए लिखे शब्द हों लेकिन आईपीएल-2019 के लीग स्टेज में ही मुंबई इंडियंस ने हर मैच को जीतने के जज्बे और आईपीएल का खिताब एक बार और अपने नाम करने के इरादे से खेला। हार्दिक पांड्या की कई मैच जिताऊ पारी ने क्लास को परिभाषित किया तो जसप्रीत बुमराह की डेथ गेंदबाजी ने Commitment और Consistency की नई परिभाषा लिखी। आईपीएल के 12 सालों के इतिहास में इस टीम ने अपने इस स्किल से खुद को बाकी सभी टीमों से अलग और बेहतर साबित किया है। उम्मीद है कि रोहित आने वाले दिनों और खासकर वर्ल्ड कप-2019 में इस जीत से मनोबल और फॉर्म से एक नया इतिहास लिख पाएंगे।
READ MORE - IPL 2019 की वजह से विश्व कप पर क्या असर पड़ेगा, रोहित शर्मा ने दिया बड़ा बयान