नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट में हार्दिक पांड्या एक ऐसा नाम हैं जिसको आप पसंद करते हैं या नापसंद कर सकते हैं लेकिन नजरअंदाज बिल्कुल नहीं कर सकते। ये खिलाड़ी किस दर्जे का है इसकी बानगी आईपीएल में 3 अप्रैल को मुंबई और चेन्नई के बीच हुए मैच में भी देखने को मिली। अपनी विनाशकारी बल्लेबाज क्षमता और तेज गति की गेंदबाजी के दम पर एक वास्ताविक ऑलराउंडर कहलाने वाले इस क्रिकेटर ने अपने प्रदर्शन से चेन्नई से चारों खाने चित्त कर दिया। इसी के साथ चेन्नई को इस सीजन की पहली हार का सामना करना पड़ा, वो भी करारे तरीके से।
केवल 8 गेंदों में ही 25 रनों की पारी खेलने वाले पांड्या ने गेंदबाजी में भी दमदार प्रदर्शन करते हुए तीन विकेट चटकाए। हार्दिक मैच के बाद अपने इस प्रदर्शन से भावुक नजर आए और उन्होंने अपनी जिंदगी के बीते सात महीनों के बारे में बात करते हुए बताया, ये मेरी जिंदगी के सबसे मुश्किल महीने थे क्योंकि मुझे पता ही नहीं था क्या करना है। पांड्या ने अपनी मैच जिताऊ परफारमेंस को उन लोगों के नाम किया है जो मुश्किल दिनों में भी उनके साथ मजबूती से डटे रहे।
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पांड्या ने कहा, 'टीम की जीत में योगदान देना सुखद अनुभव है। कई महीनों से मैंने बहुत ही कम मैच खेले हैं। ये मुश्किल दौर था और मुझे नही पता था क्या करना है। मैंने बस बैटिंग की और बैटिंग करता गया, मैं हर दिन अपने खेल को और सुधारना चाहता था। इस तरह से बल्लेबाजी करके अपनी टीम को जिताना शानदार अहसास है।'
उन्होंने कहा कि चोट और विवादों के चलते वे क्रिकेट से दूर हो गए। मैं इस मैन ऑफ द मैच को अपने परिवार और उन दोस्तों के नाम करना चाहता हूं जो मेरे सबसे मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़े रहे। पांड्या ने आगे कहा, अब मेरा पूरा ध्यान आईपीएल में खेलने और भारत को विश्व कप दिलाने पर है।