तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

IPL 2019: अश्विन-बटलर के बीच हुई MANKAD-ING की ये है पूरी ABCD

मलिंगा की तरह गेंदबाजी करने वाले को 'स्लिंगिंग' एक्शन, दिलशान की तरह स्कूप करने वाले शॉर्ट को 'दिलस्कूप' कहा जाता वैसे ही MANKAD-ING शब्द की उत्पत्ति के जनक हैं वीनू मांकड़।

नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2019) हमेशा अपने हाई वोल्टेज ड्रामा और क्रिकेट में अनदेखी चीजों के लिए याद किया जाता है। IPL के 12वें सीजन में किंग्स एलेवन पंजाब (KXIP) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के बीच सोमावार को खेले गए मुकाबले में भी एक ऐसी चीज हुई जिसकी चर्चा क्रिकेट जगत में लंबे समय तक होगी। IPL के 12 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी बल्लेबाज (जॉस बटलर) को MANKAD-ING (मैनकेडिंग) के जरिए आउट किया गया। क्रिकेटिंग स्पिरिट के लिहाज से देखें तो दुनिया के कई दिग्गज खिलाड़ियों ने मैदान पर हुए इस वाकये के बाद तुरंत ही नकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी। क्रिकेट में आपने खिलाड़ियों के आउट होने के कई तरीके देखे और सुने होंगे लेकिन बटलर के अजीबोगरीब तरीके से आउट होने के बाद MANKAD-ING शब्द की खूब चर्चा हो रही है। जानिए क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज को आउट करने की इस प्रथा के पीछे की कहानी क्या है।

IPL में MANKAD-ING के पहले शिकार बने बटलर

IPL में MANKAD-ING के पहले शिकार बने बटलर

किंग्स एलेवन के कप्तान आर अश्विन ने 185 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की टीम के विस्फोटक बल्लेबाज जॉस बटलर को मैच के 13वें ओवर में नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े बल्लेबाज को अपनी गेंदबाजी के दौरान क्रीज से बाहर जाते देखा,उन्होंने गेंद फेंकने की जगह नॉन स्ट्राइकर एंड पर गिल्लियां बिखेर दी। अंपायर से अपील करने के बाद बटलर को क्रीच से बाहर पाया गया और उन्हें आउट करार दिया गया। बटलर इस समय 43 गेंदों में 69 रन बनाकर खेल रहे थे और उनके साथ संजू सैमसन बल्लेबाजी कर रहे थे। बटलर इस तरह आउट दिए जाने पर काफी नाराज दिखे, उन्होंने अश्विन से थोड़ी देर बहस भी की लेकिन नतीजा उनके पक्ष में नहीं आया और राजस्थान को मिली हार में यह मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट था। आखिर यह बला है क्या जिससे बटलर को आउट होना पड़ा।

आखिर MANKAD-ING है क्या ?

आखिर MANKAD-ING है क्या ?

जैसे क्रिकेट में मलिंगा की तरह गेंदबाजी करने वाले को 'स्लिंगिंग' एक्शन, दिलशान की तरह स्कूप करने वाले शॉर्ट को 'दिलस्कूप' कहा जाता वैसे ही MANKAD-ING शब्द की उत्पत्ति के जनक हैं टीम इंडिया के सबसे पहले ऑल राउंडर खिलाड़ी वीनू मांकड़। साल 1947 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में (जो इस दौरे का दूसरा टेस्ट था) ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बिल ब्राउन को वीनू मांकड़ ने गेंदबाजी के दौरान क्रीज से बार-बार बाहर जाने की वजह से रन आउट किया था। टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर यह दूसरा मौका था जब मांकड़ ने ब्राउन को इस तरह आउट किया। मांकड़ ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया एकादश के खिलाफ खेल गए मुकाबले में उन्हें ठीक ऐसे ही आउट किया था। सिडनी टेस्ट में मांकड़ ने पहले ब्राउन को क्रीज से बाहर जाने पर चेतावनी दी और नहीं मानने पर उन्हें आउट कर दिया।

ब्रैडमैन ने मांकड़ को किया डिफेंड

ब्रैडमैन ने मांकड़ को किया डिफेंड

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने मांकड़ के इस तरह आउट करने के तरीके की खूब आलोचना की थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कुछ खिलाड़ी और यहां तक कि तब ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान सर डॉन ब्रैडमैन ने मांकड़ के इस तरीके को डिफेंड किया था। क्रिकेट जगत में जब भी कोई गेंदबाज नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े किसी बल्लेबाज को गेंदबाजी करने के दौरान क्रीज से बाहर जाते हुए देखकर आउट करता है तो अनाधिकारिक रूप से इस तरह आउट करने की प्रक्रिया को Vinoo Mankad के अंतिम शब्द Mankad में ING जोड़कर MANKAD-ING कहा जाने लगा।

क्या है MANKAD-ING का नियम ?

क्या है MANKAD-ING का नियम ?

01 अक्टूबर 2017 को Marylebone Cricket Club (MCC) ने क्रिकेट के कई नियमों में बदलाव किए लेकिन MANKAD-ING के जरिए नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े बल्लेबाज को आउट करने के नियम में कोई बदलाव नहीं किया। MCC के द्वारा जारी नियम के मुताबिक साल 2011 से पहले कोई भी गेंदबाज नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज को सिर्फ गेंद फेंकने से पहले और क्रीज से बाहर खड़े होने की स्थिति में गेंदबाजी एक्शन (delivery stride) में आने से पहले आउट कर सकता था लेकिन साल 2011 के बाद गेंदबाज किसी भी स्थिति (गेंदबाजी करने के दौरान) में नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज को आउट कर सकता है। MCC क्रिकेट की एक नियमाक संस्था है और इसके बनाए नियम क्रिकेट जगत में मान्य होते हैं।

READ MORE : कितना मजबूत है राजस्थान रॉयल्स का दुर्ग, जिसे ढहाना होगा मुश्किल

कपिलदेव और कार्तिक भी इस सूची में

कपिलदेव और कार्तिक भी इस सूची में

यह पहला मौका नहीं था जब किसी खिलाड़ी को मैनकेडिंग के जरिए आउट किया गया। इसस पहले भी कई ऐसे वाकये देखे गए हैं। 1992-93 में कपिलदेव ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज पीटर कर्स्टन को इस तरह आउट किया था वहीं घरेलू श्रृंखला में रेलवे की ओर से खेलते हुए मुरली कार्तिक ने संदीपन दास को शून्य के स्कोर पर आउट किया था। श्रीलंका के गेंदबाज सचित्र सेनानायके ने साल 2014 में जॉस बटलर को ही इस तरह रनआउट किया था और तब भी यह खूब विवाद का विषय बना था। Mankading क्रिकेट की ऑफिशियल शब्दावली नहीं है। क्रिकेट के स्कोर कार्ड में इस तरीके से आउट होने वाले खिलाड़ी को भी रनआउट की गिनती में ही रखा जाता है।

ALSO READ -IPL 2019 : गौतम गंभीर के सवाल उठाने पर विराट कोहली ने दिया करारा जवाब

ODI में ग्रेग चैपल ने किया आउट

ODI में ग्रेग चैपल ने किया आउट

एकदिवसीय क्रिकेट में मैनकेडिंग की पहली घटना साल 1975 में हुई थी। टीम इंडिया के पूर्व कोच और तब ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी ग्रेग चैपल पहले ऐसे गेंदबाज थे जिन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाज ब्रायन लकहर्स्ट को रनआउट किया था। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने तब कहा थ कि हमने बल्लेब को दो बार चेतावनी दी लेकिन वो नहीं माने इसलिए उन्हें आउट करना पड़ा। इंग्लैंड ने यह मैच फिर भी तीन विकेट से जीत लिया था।

कौन थे वीनू मांकड़

कौन थे वीनू मांकड़

भारतीय क्रिकेट में अगर ऑल राउंडर शब्द किसी खिलाड़ी के नाम से जुड़कर सुशोभित हुआ तो वो पहला नाम वीनू मांकड़ हैं। गुजरात के जामनगर में जन्मे मांकड़ का पूरा नाम मूलवंतराय हिम्मतलाल मांकड़ था लेकिन क्रिकेट में इन्हें वीनू मांकड़ ने नाम से जाना गया। इन्होने भारत के लिए 44 टेस्ट मैच खेले जिसमें इन्होंने 31.47 की औसत से पांच टेस्ट शतक और 6 अर्द्धशतक सहित 2109 रन बनाए। इनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 231 था और साथ ही साथ गेंदबाज़ी में 32.32 की औसत से 162 विकेट भी लिए। इसके अतिरिक्त इन्होंने 233 प्रथम श्रेणी मैचों में 34.70 की औसत से 26 शतक और 52 अर्द्धशतक सहित 11,591 रन और गेंदबाजी में 24.53 के शानदार औसत से 782 विकेट भी लिए।

IPL 2019 : कितनी मजबूत है 'थाला' महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स

अश्विन ने क्या कहा

क्रिकेट जगत में किंग्स एलेवन पंजाब के कप्तान आर आश्विन के जॉस बटलर को इस तरह आउट किए जाने की सराहना बहुत कम हो रही है और आलोचना अधिक हो रही है। हालांकि पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद अश्विन ने इसे जस्टिफाई किया। उन्होंने कहा " यह बहस का विषय ही नहीं है, यह सुनियोजित नहीं था, इस मामले में मेरा यह पक्ष रहा है कि आधा क्रीज गेंदबाज का है और उसे अधिकार है। मैं क्रीज में नहीं था और वो मेरी तरफ देख भी नहीं रहे थे। मैं ने बॉल लोड भी नहीं किया वो बार-बार क्रीज से बाहर निकल रहे थे। हमें लगता है कि हम सही थे।

Story first published: Tuesday, March 26, 2019, 13:17 [IST]
Other articles published on Mar 26, 2019
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X