नई दिल्ली। आखिर दिल्ली कैपिटल्स के युवाओं पर चेन्नई सुपर किंग्स का अनुभव भारी पड़ा और यह युवा टीम धोनी एंड कंपनी से हारकर दूसरे क्वालीफायर में हारकर बाहर हो गई। विशाखापत्तनम में हुए इस मैच में चेन्नई ने दिल्ली के दिए 148 रनों के लक्ष्य को 19 ओवर में हासिल कर लिया और दिल्ली को 6 विकेटों से करारी हार देकर खुद को फाइनल में पहुंचा दिया है। अब 12 मई को मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स जैसे दो कट्टर प्रतिद्वंदियों में खिताबी भिड़ंत होगी।
चेन्नई सुपर किंग्स ने लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार शुरुआत की। फाफ डु प्लेसिस और शेन वॉटसन ने 50-50 रनों का योगदान दिया। फाफ ने 39 और वॉटसन ने 32 गेंदों का सामना किया। हालांकि रैना (11) के साथ धोनी भी कुछ खास नहीं कर सके और 9 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन तब तक चेन्नई ने दिल्ली के हाथ से यह मैच छीन लिया था। अंबाती रायडू और ड्वेन ब्रावो क्रमशः 20 और 9 रन बनाकर नाबाद लौटे। जबकि दिल्ली कैपिटल्स की ओर से बोल्ट, पटेल और मिश्रा को एक-एक विकेट मिला।
World Cup: युवराज सिंह ने बताया, भारत के तीन ऑलराउंडरो में कौन होगा सबसे अहम खिलाड़ी
इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज करी और उसकी शुरुआत खराब रही। पृथ्वी शॉ (5), शिखर धवन (18) और श्रेयस अय्यर (13) जैसे स्टार बल्लेबाज सस्ते में ही आउट हो गए। मुनरो ने जरूर 27 रन बनाए लेकिन वे भी पंत के साथ मिलकर एक अच्छी साझेदारी का निर्माण नहीं कर सके। पंत ने इस बार 25 गेंदों पर 38 रनों की जूझारू पारी खेली और वे अपनी पारी को अंत तक ले जाते हुए दिखाई दिए। लेकिन दूसरे छोर से गिरते लगातार विकेटों ने पंत की लय कभी भी बनने दी। चेन्नई की ओर से दीपक चाहर, हरभजन सिंह, रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो को 2-2 विकेट मिले।