नई दिल्ली। अभी तक चेन्नई सुपर किंग्स से किसी एक खिलाड़ी को इस फ्रैंचाइजी के फैंस बाहर का रास्ता दिखाने की दुआएं मांगते थे, तो वह निश्चित तौर पर शेन वॉटसन ही थे। आईपीएल के इस सीजन में चेन्नई का प्रदर्शन जहां टॉप पर रहा है तो वहीं वॉटसन के खेल में काफी गिरावट देखी गई। लेकिन यह समस्या भी आखिर 23 अप्रैल को हुए मैच में समाप्त हो गई।
एम. चिदंबरम स्टेडियम में हुए इस मैच में वॉटसन ने सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हुए केवल 53 गेंदों में 93 रनों की पारी खेली। इस कंगारू खिलाड़ी का खेल ऐसे समय में सुधरा है जब टीम को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। वॉटसन ने मुश्किल समय में सीएसके के कोच स्टीफेन फ्लेमिंग और कप्तान धोनी का तहेदिल से शुक्रिया अदा किया है।
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मैच के बाद वॉटसन ने कहा, 'निश्चित तौर पर मैं रनों के लिए जूझ रहा था। मैं शब्दों में स्टीफन फ्लेमिंग और एमएस धोनी का शुक्रिया नहीं कर सकता हूं, उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। अभी तक जितनी टीमों में मैं खेला हूं, वे मुझे अब तक बाहर कर देती लेकिन इस टीम ने मुझ पर भरोसा जताया।'
वॉटसन ने कहा कि उनको कुछ चीजें उनके हक में जाने की जरूरत थी जो 23 अप्रैल को उनके साथ रही। आपको बता दें कि वॉटसन की इस पारी से पहले उनका बेस्ट स्कोर 44 रन था जो लगभग एक महीने पहले आया था। अगर वॉटसन हैदराबाद के खिलाफ इस मैच में भी रन बनाने में नाकाम रहते तो उनकी जगह सैम बिलिंग आने वाले मैचों में दिखाई दे सकते थे। लेकिन धोनी का उन पर लगातार भरोसा जताना आखिर काम आया।