नई दिल्ली। इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप के मद्देजनर भारत के पास एक संतुलिस पेस अटैक माना जा रहा है। इस अटैक की अगुवाई दुनिया के नंबर एक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह करेंगे तो उनका साथ देने के लिए भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाज होंगे। शमी-भुवी-बुमराह के रहते हुए टीम इंडिया को कम से कम गेंदबाजी अटैक में चिंता से दूर रहने के लिए कहा जा रहा था। यह काफी हद तक सही भी है लेकिन आईपीएल के 12वे सीजन के शुरू होने के बाद तस्वीरों का सूरते-हाल कुछ बदला सा है।
यहां बुमराह अपने चिर-परिचित अंदाज में गेंदबाजी कर रहे हैं तो शमी भी अपने हिसाब से लय पकड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। लेकिन भारत की असली चिंता है भुवनेश्वर कुमार। जी हां, भुवी इस अटैक के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज में शामिल हैं लेकिन वे इस समय जो गेंदबाजी कर रहे है वह विराट के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द साबित हो सकती है। इसका कारण डेथ ओवर में भुवी की जबरदस्त नाकामी है। वे ना तो अंतिम ओवरों में रन रोक पा रहे हैं और ना ही विकेट ही चटका पा रहे हैं।
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अगर आंकड़ों की बात करें तो भुवी ने आईपीएल के 2019 सीजन में अब तक पॉवरप्ले के दौरान 4 ओवर गेंदबाजी की है। उम्मीद के अनुरूप उन्होंने शुरुआती ओवर में बल्लेबाजों को बांधते हुए केवल 20 रन ही दिए हैं। इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट केवल 5 का रहा है जबकि बाउंड्री भी उन्होंने पॉवरप्ले के दौरान 3 ही खाईं हैं।
लेकिन असल कहानी शुरू होती है डेथ ओवर में। यहां स्विंग गायब होते ही भुवी एक अदने से गेंदबाज बन जाते हैं जिसके पास ना तो अच्छी गति होती है और ना ही अच्छी यॉर्कर। डेथ ओवर में इसी कारण वे अब तक फेंके गए 4 ओवर में 72 रन लुटवा चुके हैं। इसमें 18 का इकोनॉमी रेट और 13 बांउड्री शामिल हैं।