क्रिकेटरों का सबसे बड़ा मेला-
बता दें कि हर साल आईपीएल फ्रेंचाइजी अपने खिलाड़ियों को चुनने के लिए नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लेती हैं। आईपीएल में फ्रेंचाइजी के पास उन खिलाड़ियों को रिलीज करने का भी मौका रहता है जो उनके लिए उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। ऐसे खिलाड़ियों को नीलामी पूल में वापस भेज दिया जाता है जहां से उनको दोबारा कम कीमत में खरीदा जा सकता है।
हर फ्रैंचाइजी के पास 88 करोड़ रुपए-
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक सभी फ्रैंचाइजी 14 नवंबर तक खिलाड़ियों की ट्रेडिंग कर सकती है। आईपीएल 2020 के लिए हर फ्रैंचाइजी को 85 करोड़ रुपए (12 मिलियन डॉलर) आवंटित किए गए थे। इसके अलावा हर फ्रैंचाइजी को खिलाड़ियों को खरीदने के लिए आवंटित राशि से 3 करोड़ रुपए (4 लाख 25 हजार डॉलर) अतिरिक्त खर्च करने की भी छूट होगी। यानी खिलाड़ियों को खरीदने के लिए हर फ्रैंचाइजी 88 करोड़ रुपए तक खर्च कर पाएगी।
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जानिए किस फ्रेंचाइजी के पर्स में कितना पैसा-
नीलामी में टीमों के पर्स की बात करें तो दिल्ली के पास 8.2 करोड़ रुपए के साथ अब तक की सभी टीमों में सबसे बड़ा बैलेंस है। राजस्थान रॉयल्स ( 7.15 करोड़), कोलकाता नाइट राइडर्स ( 6.05 करोड़) और सनराइजर्स हैदराबाद ( 5.3 करोड़) सूची में अगले तीन हैं। उसके बाद किंग्स इलेवन पंजाब ( 3.7 करोड़), चेन्नई सुपर किंग्स ( 3.2 करोड़), मुंबई इंडियंस ( 3.05 करोड़) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (1.8 करोड़) जैसी टीमों को बुद्धिमानी से खर्च करना होगा क्योंकि उनके पर्स में बहुत पैसा नहीं बचा है।