मानी हार
इस सीजन में धोनी हार मान चुके हैं। हालांकि धोनी वो खिलाड़ी हैं जो अनहोनी को होनी कर दें, लेकिन इस सीजन में कुछ भी चीजें उनके पक्ष में होती नहीं दिखी। टीम कभी करीब जाकर हारी तो कभी पारी की शुरूआत सही नहीं कर सकी। मैच के बाद धोनी ने खुद कहा कि 'इस सीजन हम वैसा खेल नहीं दिखा सके।' टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं करने के बारे में धोनी ने कहा, ‘आप बहुत कुछ बदलना नहीं चाहते हैं। क्योंकि जो कुछ होता है वह तीन-चार-पांच मैचों के बाद होता है, आप कुछ भी सुनिश्चित नहीं कर सकते कि क्या होगा। आप लोगों को एक उचित समय देना चाहते हैं, यदि वे प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो आप स्विच करते हैं और किसी और के पास जाते हैं और वो रन बनाना है। मैं टीम में असुरक्षा का भाव नहीं चाहता हूं।
धोनी के बयान पर भड़के क्रिस श्रीकांत, पूछा- क्या केदार जाधव में करंट है?
टीम मैनेजमेंट को लेकर कही यह बात
अभी तक सीएसके में उम्रदराज खिलाड़ियों का ही डंका बजता दिखा है। इन्हें फैंस 'बूढ़ों की टीम' कहकर भी पुकारने लगे थे। लेकिन अब उम्रदराज खिलाड़ियों पर भरोसा करने की परंपरा को टीम मैनेजमेंट को खत्म करना होगा। लेकिन बावजूद इसके धोनी का कहना है कि टीम मैनेजमेंट अपने युवाओं में वो बात नहीं देख पाए जिसकी दराकर थी। लेकिन सच ये है कि युवाओं को सीएसके टीम में ज्यादा माैका मिला ही नहीं। इसपर पूर्व भारती क्रिकेटर क्रिस श्रीकांत भी सवाल उठा चुके हैं।
नहीं मिले युवाओं को माैके
युवाओं को कम मौके देने पर धोनी ने कहा, ‘यह कहना ठीक है कि टीम मैनेजमेंट ने युवाओं को उतने मौके नहीं दिए। लेकिन ऐसा भी है कि युवाओं में उतना करंट नहीं दिखा है। हम आगे उन्हें मौका दे सकते हैं और वे बिना किसी दबाव के खेल सकते हैं। जहां वे बल्लेबाजी करना चाहते हैं, अन्य विकल्पों को देखने का विकल्प देंगे।' सीएसके पहली बार प्लेऑफ का हिस्सा बनता नहीं दिख रहा है। अब इस सीजन में जो हाल हुआ, तय है कि अगले सीजन में मैनेजमेंट पुराने खिलाड़ियों को बाहर कर युवाओं को माैका दे सकता है।