नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग का 13वां सीजन जारी है और फैन्स के लिये रोमांच के साथ ही कुछ विवाद भी देखने को मिल रहे हैं। शनिवार को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेले गये मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स के स्पिन गेंदबाज सुनील नरेन की बॉलिंग एक्शन पर मैदान अंपायर्स की ओर से सवाल उठाये जाने के बाद मामला काफी चर्चा में हैं। वही इस मामले के सामने आने के बाद एक बार फिर इस बात को लेकर चर्चा शुरु हो गई है कि क्या ऐसे मामले सामने के बाद मैदान पर तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है या नहीं।
उल्लेखनीय है कि इस बात को लेकर लगातार चर्चा की जा रही है कि जब अंपायर को गेंदबाज के एक्शन में संदिग्धता नजर आती है तो क्या उसे मैच में आगे गेंदबाजी करवाने की इजाजत दी जानी चाहिये या नहीं। वहीं इस मुद्दे को लेकर बीसीसीआई के पूर्व ट्रेजरर अनिरुद्ध चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि वक्त आ गया है कि अब क्रिकेट के मैदान पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाये ताकि खेल की निष्पक्षता बनी रही।
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न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा,' अब समय आ गया है कि ऐसे मामलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल किया जाये।'
गौरतलब है कि अनिरुद्ध चौधरी बीसीसीआई की उस डाटा मैनेजमेंट कमिटी के चेयरमैन थे जिसने पहली बार ऑनलाइन डाटा मैनेजमेंट सिस्टम के इस्तेमाल को घरेलू क्रिकेट में लागू किया था।
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आपको बता दें कि किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेले गये मैच में सुनील नरेन ने बेहद शानदार गेंदबाजी की और आखिरी गेंद पर अपनी टीम को 2 रन की रोमांचक जीत दिलाई। नरेन पर यह पहली बार नहीं है जब उनके बॉलिंग एक्शन को लेकर सवाल उठाये गये हैं। इससे पहले साल 2015 में उन पर आईसीसी ने उनकी गेंदबाजी पर रोक लगाई थी, लेकिन 2016 में उन्हें सभी प्रारूपों में क्लिन चिट दे दी गई।
साल 2018 में पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान भी उनके एक्शन पर सवाल उठाये गये थे जिसके बाद से वह ऑफ स्पिनर कार्ल क्रोव के साथ अपने एक्शन पर लगातार काम करते रहे हैं।