एमएस धोनी के टी20 विश्व कप के सपने पर मंडरा रहा खतरा
दरअसल एमएस धोनी ने लंबे ब्रेक के बाद जब फिर से तैयारियां शुरु की तो दिमाग में एक ही लक्ष्य था कि आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करके टी20 विश्व कप की प्लेइंग 11 में अपनी जगह सुनिश्चित कर सकें लेकिन अब ऐसा हो पाना मुश्किल लग रहा है। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बीसीसीआई इस साल के आईपीएल को रद्द करने पर भी विचार कर रही है।
अब एमएस धोनी की वापसी को लेकर पूर्व चयनकर्ता वेंकटपति राजू ने कहा है कि अगर आईपीएल नहीं हो पाता है तो हमें मान लेना होगा कि एमएस धोनी को हमने पिछले साल आखिरी बार नीली जर्सी में खेलते हुए देखा था।
इस कारण धोनी की भारतीय टीम में वापसी हुई मुश्किल
अंग्रेजी अखबार 'द हिन्दु' से बात करते हुए पूर्व चयनकर्ता ने कहा कि एमएस धोनी पिछले 8 महीने से ज्याद समय से कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेले हैं। इसके चलते उनके मौजूदा प्रदर्शन का आकलन कर पाना मुश्किल है। वह फिटनेस साबित कर सकते हैं पर फॉर्म को साबित करने के लिये क्रिकेट खेलना जरूरी है। ऐसे में उनकी वापसी के आसार बेहद कम नजर आते हैं।
पूर्व चयनकर्ता ने कहा,'धोनी पिछले 15 साल से मैच विनर खिलाड़ी रहे हैं। उनकी एक बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। लेकिन किसी भी खिलाड़ी के लिए इतने लंबे ब्रेक के बाद वापसी आसान नहीं होती। धोनी की वापसी आईपीएल के प्रदर्शन पर निर्भर करती है।'
किसी और को नहीं खुद को साबित करना है धोनी को
भारत की ओर से 28 टेस्ट और 53 वनडे खेल चुके पूर्व चयनकर्ता वीके राजू ने कहा कि यहां पर धोनी को किसी और को नहीं बल्कि खुद को साबित करने की जरूरत है कि वह अभी भी भारती के लिये पहले जैसा खेल जारी रख सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘कोई भी खिलाड़ी यदि घरेलू या इंडिया ए सीरीज के तहत प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में अच्छा खेलता है तो वह दावेदारों में बना रहता है।यहां उम्र भी एक बड़ा फैक्टर है। इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना आसान नहीं होता। यहां पर आपको अलग तरह की फिटनेस और कौशल की जरूरत होती है।'