केकेआर के पूर्व टीम डायरेक्टर ने बताया तरीका
विदेशी खिलाड़ियों की गैर-मौजूदगी में आईपीएल के आयोजन पर मंडराते खतरे को भांपते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व टीम डायरेक्टर जॉय भट्टाचार्य ने क्रिकबज को बताया कि कैसे वीजा पाबंदियां लागू होने के बावजूद यह खिलाड़ी न सिर्फ भारत आ सकते हैं बल्कि आईपीएल में भाग भी ले सकते हैं, अगर इसका आयोजन तय कार्यक्रम के अनुसार होता है तो।
उन्होंने साफ किया कि भारत सरकार की ओर से जारी किया जाने वाला 'वर्क वीजा' आईपीएल और विदेशी खिलाड़ियों के रोजगार से जुड़े वीजा कैटेगरी को कवर करता है।
जानें कैसे भारत आकर आईपीएल खेल सकते हैं विदेशी खिलाड़ी
क्रिकबज की ओर से जारी किये गये इस वीडियो में भट्टाचार्य ने बताया कि ज्यादातर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी जो कि भारत में खेलने के लिये आते हैं, उनकी आय को देखते हुए सरकार एक पैन कार्ड जारी करती है। ऐसा इसलिये क्योंकि यहां कमाई हुई राशि पर भारत सरकार ही उनका टैक्स लेती है।
उन्होंने कहा,'इसको लेकर भारत को उन खिलाड़ियों के लिये विशेष रूप से 2 लेटर जारी करने होंगे जिन्होंने आईपीएल खेलने के लिये भारत आना है। जैसे कि मान लीजिये 15-16 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को भारत दौरे पर आईपीएल खेलने आना है, तो भारतीय राजदूत आईपीएल की ओर से ऑस्ट्रेलिया को एक लेटर जारी करेगा जिसमें आईपीएल में खेलने आने वाले खिलाड़ियों के नाम होंगे और उनका वर्क वीजा बनाने के लिये अनुमति देने की बात कही होगी। वहीं दूसरा लेटर उस खिलाड़ी की फ्रैंचाइजी की ओर से जायेगा जिसमें यह उस खिलाड़ी का नाम, उसकी फीस की जानकारी दी गई है और कहा गया होगा कि वह इस सीजन के लिये इस खिलाड़ी को चाहते हैं। तो आईपीएल के लिये खेलने वाले खिलाड़ियों को रोजगार वीजा के तहत दो लेटर जारी करने होंगे।'
आईपीएल में भाग लेना है तो परिवार से रहना होगा दूर
भट्टाचार्य ने इन वीजा के बनने और खिलाड़ियों के साथ आने वाले नॉन प्लेयर्स के बारे में बात करते हुए कहा कि जब यह लेटर किसी नॉन प्लेयर के लिये जाता है जिसे आईपीएल ने नहीं हायर किया होता उसके लिये क्लब को अलग से लेटर जारी करना होता है।
उन्होंने यह भी साफ किया कि आईपीएल खेलने के लिये विदेश से आने वाले खिलाड़ी अपने परिवार को साथ नहीं ला सकेंगे क्योंकि वर्क वीजा उपलब्ध नहीं होगा और टूरिस्ट वीजा पर पाबंदी लगी हुई है।
आपको बता दें कि आईपीएल में खेलने वाले विदेशी खिलाड़ी बिजेनस वीजा की श्रेणी में आते हैं। सरकार के निर्देशों के अनुसार वे 15 अप्रैल तक नहीं आ सकते। देश में कोरोना वायरस के नए मामलों को देखते हुए सरकार ने परामर्श जारी करके सभी मौजूदा विदेशी वीजा 15 अप्रैल तक निलंबित कर दिए हैं। राजनयिक और कामकाजी वीजा जैसी कुछ श्रेणियों में हालांकि छूट दी गई है।