इस वजह से टीमें ले रही हैं नेट बॉलर्स
उल्लेखनीय है कि नेट अभ्यास के लिये आमतौर पर टीमें स्थानीय गेंदबाजों का इस्तेमाल करती हैं लेकिन टूर्नामेंट के लिये जारी किये गये सख्त जैव सुरक्षा उपायों (बायो सिक्योर) के चलते सभी फ्रैंचाइजियां अच्छी प्रैक्टिस के लिये बेहतर गुणवत्ता वाले गेंदबाजों को अपने साथ ले जाने के बारे में बात कर रही हैं। इस लिस्ट में ज्यादातर गेंदबाज प्रथम श्रेणी, अंडर -19 और अंडर -23 के राज्य स्तर से शामिल होंगे जो कि टूर्नामेंट शुरु होने से पहले लगने वाले एक महीने के प्रैक्टिस कैम्प के दौरान महेन्द्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, ऋषभ पंत और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों के खिलाफ नेट पर गेंदबाजी करते नजर आयेंगे।
तय नहीं है खिलाड़ियों की संख्या
बीसीसीआई ने यूं तो टीमों के साथ रखने के लिये खिलाड़ियों की संख्या को 24 तक सीमित किया है लेकिन अभी टीम के साथ कितने लोग यात्रा करेंगे यह अभी तय नहीं हुआ है। यह संख्या विभिन्न टीमों में अलग-अलग हो सकती है। सुरक्षा की दृष्टि से यह माना जा रहा है कि आठ में से अधिकांश टीमें स्थानीय नेट गेंदबाजों को लेने से बचेंगी।
चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने कहा, 'अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम अभ्यास सत्रों के लिए लगभग 10 गेंदबाजों को विशेष रूप से यूएई में ले जाने की योजना बना रहे हैं। वे टीम के साथ होंगे और टूर्नामेंट शुरू होने तक वहां रहेंगे।'
टीम के साथ ही रहेंगे यह नेट बॉलर्स
वहीं केकेआर की टीम ने भी यह भी पुष्टि की कि उनकी सूची में 10 नेट गेंदबाज भी होंगे। मुंबई के पूर्व कप्तान और उनके अकैडमी कोच अभिषेक नायर इनका चयन करेंगे। केकेआर से जुड़े एक सूत्र ने बताया, 'यह रणजी के अलावा देश के लिए अंडर-19 और अंडर-23 टूर्नामेंट खेल चुके खिलाड़ी होंगे।'
दिल्ली कैपिटल्स भी लगभग 6 नेट गेंदबाजों को ले जाने की योजना बना रही है जो टीम के 'बायो बबल' में रहेंगे। फ्रैंचाइजी के एक सूत्र ने कहा, 'वे टीम के साथ रहेंगे और नेट सत्रों के लिए टीम के साथ यात्रा करेंगे।'
ज्यादा संख्या में शामिल होंगे स्पिनर्स
राजस्थान रॉयल्स भी नेट गेंदबाजों की संख्या को अंतिम रूप देने काम कर रहा है। रॉयल्स के साथ-साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) भी अपनी-अपनी अकादमियों से गेंदबाजों का चयन कर सकते है।
आरसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'पूर्व भारतीय अंडर -19 खिलाड़ी आदित्य ठाकरे जैसे गेंदबाजों को इससे काफी फायदा हो सकता है। उनके पास आरसीबी नेट सत्रों में विराट कोहली को गेंदबाजी करने का मौका होगा। आदित्य आरसीबी डेवलपमेंट टीम का हिस्सा हैं।'
यह माना जा रहा है कि इसमें स्पिनरों की अच्छी संख्या होगी। प्रतिभा पहचान से जुड़े सूत्र ने कहा, 'दुबई की धीमी गति वाली पिचों के लिए यह जरूरी होगा कि टीमें अधिक स्पिनर रखे, खासकर नमी वाली परिस्थितियों के लिए। आप इसमें बहुत से कलाई के स्पिनरों को देखेंगे।'