धोनी को खुद से बात करने की जरूरत
जावेद मियांदाद ने अंग्रजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए बताया कि उनके मुताबिक धोनी लंबे समय से क्रिकेट की पिच से दूर रहने के चलते इस समय मैच खेल पाने के लिये फिट नहीं है। उनका मानना है कि धोनी की बल्लेबाजी में उनकी टाइमिंग और उनके रिफ्लेक्सेस असली प्रॉब्लम है। वो पूरी तरह से फिट नहीं है जिसके चलते उनकी टाइमिंग और रिफ्लेक्सेस धीमे हो गये हैं। उन्हें इस वक्त खुद से बात करने की जरूरत है।
बढ़ती उम्र में ऐसे सुधार सकते हैं बल्लेबाजी
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने अपनी बात रखते हुए खुद का उदाहरण दिया और कहा कि धोनी चाहें तो अपने दिमाग का इस्तेमाल कर के फॉर्म को सुधार सकते हैं, अगर वह ऐसा करते हैं तो उनकी बढ़ती उम्र भी उनके आड़े नहीं आयेगी।
मियांदाद ने धोनी को नेट्स पर एक्सरसाइज ड्रिल और बैटिंग प्रैक्टिस के अपने समय को बढ़ाने को सलाह दी है। उनका मानना है कि अगर धोनी अभी तक 20 सिट-अप्स कर रहे हैं तो इसे उन्हें 30 कर देने की जरूरत है। अगर वो पांच स्प्रिंट्स कर रहे हैं तो उसे 8 करने की दरकार है। अगर वो नेट्स पर एक घंटा बिता रहे हैं तो उन्हें दो घंटे बिताने चाहिए।
धोनी को हर हाल में चाहिये जीत
आपको बता दें जावेद मियांदाद ने लगभग 20 साल से ज्यादा वक्त तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का काम किया था और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की तरह सबसे ज्यादा बार (6) विश्व कप खेलने का कारनामा किया है।
अबुधाबी के मैदान पर सोमवार को होने वाले मैच में धोनी की टीम को प्लेऑफ की उम्मीदें बरकरार रखने के लिये हर हाल में जीत की जदरकार है।