टाइटल स्पॉन्सरशिप की रेस में टाटा भी हुई शामिल
उल्लेखनीय है कि 19 सितंबर से यूएई में टाइटल स्पॉन्सरशिप का आयोजन होगा, जिसके लिये जो भी कंपनियां टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिये बोली लगाना चाहती हैं उन्हें 18 अगस्त अपना फॉर्म भर देना है। आईपीएल की स्पॉन्सरशिप के लिये बोली लगाने वाली कंपनियों में अब टाटा एंड संस का नाम भी जुड़ गया है, जिसके अलावा अमेजन, अनअकेडमी, पतंजलि, जियो का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।
बीसीसीआई के आधिकारिक सूत्र ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा,'बोर्ड को अभी भी उम्मीद है कि आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप के जरिये उसे वीवो से ज्यादा पैसे की बिड इस साल मिल सकती है।'
इन दो कंपनियों ने जमा कराई फाइनल बिड
इसका मतलब है कि बीसीसीआई को लगता है कि जिस हिसाब से बड़ी-बड़ी कंपनियां इस टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिये अपनी रूचि दिखा रही हैं उसको देखते हुए उसे 440 करोड़ रुपये से ज़्यादा पैसे की बिड मिल सकती है। टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिये फाइनल बिड जमा कराने की आखिर तारीख 18 अगस्त है।
वहीं रिपोर्ट के अनुसार स्पोर्टस मार्केटिंग कंपनी ड्रीम इलेवन और एजुटेक कंपनी अनअकेडमी ने टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिये अपनी फाइनल बिड जमा करवा दी है।
गांगुली को नहीं लगता कोई वित्तीय संकट
कोरोना वायरस के चलते मार्केट की हालत बेहद खराब हो गई है। ऐसे में बीसीसीआई ने वीवो के साथ सालाना 440 करोड़ रुपये देने वाले सौदे को स्थगित किया है। ऐसे में अब बोर्ड को इतनी बड़ी राशि देने वाला दूसरा स्पॉन्सर मिलना मुश्किल है। लेकिन सौरव गांगुली ने इसके लिए चिंता करने से इनकार किया है।
उन्होंने कहा,'मैं इसे वित्तीय संकट नहीं कहूंगा। यह सिर्फ एक छोटी सी झपकी है। और एक ही तरीका है कि आप पेशेवर रूप से मजबूत होने पर इसे कर सकते हैं। बड़ी चीजें रातोंरात नहीं आती हैं। और बड़ी चीजें रात भर में दूर नहीं जाती हैं। लंबे समय तक आपकी तैयारी आपको घाटे के लिए तैयार करती है, आपको सफलताओं के लिए तैयार करती है।'