आईपीएल 13 के आयोजन पर मंडराया खतरा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के आधिकारिक सूत्र ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि वीजा पाबंदियों के अनुसार कुछ सरकारी श्रेणियों को छोड़कर कोई भी विदेशी सैलानी 15 अप्रैल तक देश में नहीं आ सकते तो ऐसे में इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन के आयोजन पर संशय के बादल छाये हैं।
नाम न जाहिर करने की शर्त पर बीसीसीआई सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि आईपीएल में खेलने आने वाले विदेशी खिलाड़ी बिजनेस क्लास वीजा की श्रेणी में आते हैं तो ऐसे में सरकार के निर्देशों के अनुसार वो 15 अप्रैल तक भारत नहीं आ सकते।
विदेशी खिलाड़ियों का भारत आना हुआ मुश्किल
सरकार की ओर से जारी की गई इस नई एडवाइजरी पर चेन्नई सुपर किंग्स के सीईओ कासी विश्वनाथन ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे आईपीएल को नुकसान होगा क्योंकि विदेशी खिलाड़ी पूरी तरह से नदारद रहेंगे।
उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार की ताजा वीजा एडवायजरी के बाद विदेशी खिलाड़ियों का 15 अप्रैल से पहले आईपीएल में खेलना नामुमकिन है। यह तभी संभव हो सकता है जब बीसीसीआई उन खिलाड़ियों को स्पेशल परमिशन दिलवाए।'
14 मार्च को होगा आईपीएल के भविष्य पर फैसला
गौरतलब है कि आईपीएल के भविष्य पर फैसला 14 मार्च को मुंबई में इसकी संचालन परिषद की बैठक के दौरान किया जाएगा। सूत्र ने कहा कि सभी फैसले मुंबई में संचालन परिषद की बैठक में किए जाएंगे। एक विकल्प यह भी है कि 29 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल को खाली स्टेडियम में कराया जाए।
देश में कोरोना वायरस के नए मामलों को देखते हुए सरकार ने परामर्श जारी करके सभी मौजूदा विदेशी वीजा 15 अप्रैल तक निलंबित कर दिए हैं। राजनयिक और कामकाजी वीजा जैसी कुछ श्रेणियों में हालांकि छूट दी गई है।
भारत में अब तक कोरोना वायरस के 73 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इस विषाणु के कारण दुनिया भर में 4000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।