नई दिल्ली: 2020 के आईपीएल की नीलामी में सभी टीमों के साथ अगली सर्दियों में होने वाली बड़ी नीलामी से पहले अपनी टीमों में मौजूद खामियों को भरने का एक मौका था जिसको देखते हुए टीमों ने अपनी-अपनी रणनीतियों के हिसाब से खिलाड़ियों को रिलीज और टीम में शामिल किया। 8 टीमों में से एक ऐसी ही प्रमुख टीम है मुंबई इंडियंस जो गत चैंपियन भी है।
मुंबई और चेन्नई पहले से ही काफी मजबूत टीम हैं जिनको इस बार नीलामी में खुद को बस और मजबूत करने के लिए विकल्प तलाशने थे। नीलामी से पहले, फ्रैंचाइजी ने खिलाड़ियों को रिलीज करने के अलावा ट्रेड भी किया था। ये वे खिलाड़ी थे जिनको टीम ने अपने सेट-अप में और अधिक फिट नहीं माना है।
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किसी भी खिलाड़ी को रिलीज करना फ्रैंचाइज़ी मालिकों के लिए सबसे मुश्किल कामों में से एक है। एक विशेष खिलाड़ी के साथ वर्षों के जुड़ाव के बाद, फ्रैंचाइजी क्रिकेटरों के साथ एक रिश्ता भी विकसित करने की ओर अग्रसर होती हैं और यह कभी आसान नहीं होता है जब उनको रिलीज करते हैं। लेकिन, अंत में, आईपीएल एक ऐसा बिजनेस हैं जिसमें बड़े दांव लगाए जाते हैं और खिलाड़ियों को रिलीज करने का फैसला मालिकों को देना होता है।
मुंबई इंडियंस के मालिक आकाश अंबानी ने भी इसे स्वीकार किया। इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी के बाद मीडिया से बात करते हुए, अंबानी ने स्वीकार किया कि गुरुवार को होने वाली नीलामी से पहले खिलाड़ियों को रिलीज करना सबसे मुश्किल हिस्सा था।
मुंबई इंडियंस ने 12 खिलाड़ियों को रिलीज किया और 18 को बरकरार रखा। मुंबई ने इन खिलाड़ियों की उपस्थिति में पिछले सीजन में आईपीएल की चौथी जीत दर्ज की थी। जिन खिलाड़ियों को रिलीज किया गया, उनमें वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ, जेसन बेहरेनॉर्फ, बेयूरन हेंड्रिक और ऑलराउंडर बेन कटिंग शामिल थे।
बता दें कि मुंबई ने नीलामी में लिए गए प्रमुख खिलाड़ियों में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज नाथन कूल्टन नाइल को 8 करोड़ रुपये में खरीदा और साथ की क्रिस लिन को भी टीम में शामिल किया।