नई दिल्लीः चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के कप्तान एमएस धोनी ने आईपीएल के 2021 संस्करण में बल्ले से जमकर संघर्ष किया है। 14वें सीजन में उन्होंने जो 9 पारियां खेली हैं, उनमें 14.00 के औसत और 100 से कम के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 84 रन बनाए हैं। धोनी बेहतर करते दिख नहीं रहे हैं और 40 साल की उम्र में उनकी मौजूदगी सीएसके के लिए बाकी भूमिकाओं में अहम है। धोनी के होने से माहौल ठीक बना रहता है और सीएसके की जीत में एमएस के व्यक्तित्व का बहुत बड़ा योगदान है। उनके बाकी कामों को देखते हुए उनके खत्म हो चुके बल्लेबाज को भी हंसकर ढोया जा रहा है।
लेकिन अब धोनी ने 27 गेंदों में 18 रनों की पारी खेली और एक भी चौका लगाने में नाकाम रहे। और अब, पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने धोनी की पारी पर खुल कर बात की है।
चोपड़ा को लगता है कि धोनी से उसी तरह से बल्लेबाजी करने की उम्मीद करना अनुचित है जिस तरह से उन्होंने कभी की है। चोपड़ा ने यह भी कहा कि धोनी वर्तमान में गेंद पर अच्छी तरह से प्रहार नहीं कर रहे हैं। चोपड़ा ने कहा कि अंबाती रायुडू ने शानदार पारी खेली और सीएसके की टीम को बोर्ड पर स्कोर करने में मदद की।
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आकाश चोपड़ा ने अपने YouTube चैनल पर बोलते हुए कहा, "धोनी जब बैटिंग के लिए आए तब टीम बस रेंग रही थी। यह उम्मीद करना अनुचित है कि धोनी वैसी बल्लेबाजी करने जा रहे हैं जैसी कि उन्होंने 2011, 2015 या 2017 में की थी। वह गेंद पर अच्छी तरह से प्रहार नहीं कर रहे हैं और उनका स्ट्राइक रेट 66 है।
"अंबाती रायुडू शानदार थे और उन्होंने एक बार फिर अपनी टीम को स्कोर तक ले जाने के लिए अच्छी पारी खेली, लेकिन विजयी स्कोर नहीं था। "
वैसे धोनी की पारी की आलोचना नहीं है लेकिन सवाल उठते हैं, उत्सुकता पैदा होती है कि अब आगे क्या? सीएसके के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने साफ किया है कि धोनी पिच के हिसाब से खराब नहीं खेले क्योंकि हर बल्लेबाज संघर्ष कर रहा था।
आकाश चोपड़ा ने कहा कि 'लॉर्ड' शार्दुल ठाकुर ने जिस तरह से गेंदबाजी की उससे मैच को दिलचस्प बना दिया, लेकिन ड्वेन ब्रावो ने वाइड डिलीवरी की और गेंद को लेग साइड में फेंक दिया। चोपड़ा ने यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला कि सीएसके ने भी मैदान पर एक कैच छोड़ा।