अगले महीने तक होगा टीमों का ऑक्शन
उल्लेखनीय है कि नई टीमों के लिये ऑक्शन अगले महीने तक किये जाने की उम्मीद है, हालांकि अभी भी तारीख का चयन नहीं किया जा सका है। बीसीसीआई ने नई टीमों के लिये 2 हजार करोड़ रुपये का बेस प्राइस तय किया है। बीसीसीआई इन दो टीमों का चयन हिंदी भाषी क्षेत्र पर करना चाहती है ताकि लीग में पैन इंडिया का संतुलन बना रहे है। ऐसा करने के पीछे एक और कारण है कि बीसीसीआई हिंदी भाषी क्षेत्रों में क्रिकेट की लोकप्रियता का फायदा लेना चाहती है।
हिंदी भाषी क्षेत्रों में मिलती है ज्यादा व्यूअरशिप
आंकड़ों की मानें तो हिंदी भाषी क्षेत्रों में खेल का उपभोग भारी मात्रा में किया जाता है। बीसीसीआई के पास उपलब्ध डेटा के अनुसार बाकी क्षेत्रों के मुकाबले हिंदी भाषी क्षेत्र में ज्यादा लोग क्रिकेट का आनंद उठाते हैं। यह आंकड़े क्रिकबज की ओर से जमा किये गये हैं जिसके अनुसार आईपीएल 2020 की व्यूअरशिप का 65 प्रतिशत (4 बिलियन मिनट) हिंदी क्षेत्र से आया है।
हाल ही में सोनी के टेन 3 चैनल ने भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का प्रसारण हिंदी भाषा में किया और देश का नंबर 1 स्पोर्टस चैनल बन गया। भारत-इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज का 50.7 प्रतिशत व्यूअरशिप सिर्फ हिंदी चैनल के जरिये आया है। वहीं दूसरी ओर सोनी सिक्स (इंग्लिश) को महज 10.6 प्रतिशत दर्शक और सोनी टेन 4 (तमिल और तेलुगू) से 0.4 ही कवरेज मिल सकी है।
ऐसा है आईपीएल में टीमों का जोन वाइज प्रतिनिधित्व
गौरतलब है कि चेन्नई सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और सनराईजर्स हैदराबाद की मौजूदगी के साथ आईपीएल में दक्षिण क्षेत्र से ज्यादा भागीदारी है। यह एक और वजह है कि बीसीसीआई ने नई टीमों के ऑक्शन में किसी भी दक्षिणी क्षेत्र की टीम को जगह नहीं दी है। वहीं कोच्चि एक और ऐसा शहर है जिसकी भागीदारी दक्षिण क्षेत्र से की जा सकती है लेकिन कोच्चि टस्कर्स की टीम के विलय हो जाने के बाद हुए विवाद को देखते हुए बीसीसीआई ने अपना सारा ध्यान नॉर्थ और ईस्टर्न जोन की ओर लगा दिया है।
आपको बता दें कि आईपीएल में फिलहाल दिल्ली कैपिटल्स और पंजाब किंग्स की टीम ही नॉर्थ जोन का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि ईस्ट जोन से केकेआर और वेस्ट जोन से मुंबई इंडियंस की टीम प्रतिनिधित्व करती है। वहीं राजस्थान रॉयल्स की टीम सेंट्रल जोन में आते हैं।