नई दिल्ली। लगातार देश में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच आईपीएल में बायो बबल को और भी सख्त कर दिया गया है। खिलाड़ियों और टीम के ऑफिशियल्स को अब हर दूसरे दिन अपना कोरोना का टेस्ट कराना होगा। इससे पहले हर पांच दिने के बाद उन्हें टेस्ट कराना होता था। अहम बात है कि खिलाड़ी और आईपीएल से जुड़े तमाम लोगों का बबल के बाहर किसी से कोई संपर्क नहीं है और ना ही वो किसी से मिल सकते हैं बावजूद इसके बीसीसीआई किसी भी तरह का जोखिम लेने के मूड में नहीं है, लिहाजा बबल को और भी सख्त किया जा रहा है।
इसके साथ ही बीसीसीआई ने बबल में रह रहे लोगों के लिए एक और बड़ा फैसला लिया है। बीसीसीआई ने अब होटल में ठहरे खिलाड़ियों और सदस्यों को बाहर से खाना ऑर्डर करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। अब बबल में रह रहे लोग सिर्फ होटल के भीतर मिलने वाला खाना ही खा सकेंगे। दरअसल इस तरह के कई मामले सामने आए थे जहां लोग बाहर से खाना मंगा रहे थे। बबल से बाहर से खाना मंगाने की वजह से बढ़ते रिस्क को देखते हुए बीसीसीआई ने इसपर पाबंदी लगा दी है। इससे पहले बीसीसीआई ने इस तरह की डिलिवरी की इजाजत दी थी ताकि लोग होटल का खाना खाते-खाते ऊब ना जाएं। लेकिन अब फैसला लिया गया है कि बाहर बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच इसपर रोक लगाई जा रही है ताकि किसी भी तरह से बबल के भीतर संक्रमण बढ़ने का खतरा ना हो।
बीसीसीआई के चीफ एग्जेक्युटिव ऑफिसर हेमांग अमीन ने सभी टीमों को इस बात की जानकारी दी है कि टूर्नामेंट में शुरुआत में हमने बाहर का खाना होटल में मंगवाने की इजाजत दी थी, लेकिन अब इस फैसले को वापस ले लिया गया है। इसके अलावा बायो बबल को और सुरक्षित रखने के लिए सतर्कता को बढ़ा दिया गया है। बीसीसीआई के इस फैसले से उन लोगों पर भी असर पड़ेगा जो अपने घर से खाना मंगवाया करते थे। अहम बात यह है कि इस तरह के मामले सामने आए हैं कि जब लोगों ने होटल के बाहर से खाना मंगवाया है तो होटल ने खाली प्लेट के लिए 500 रुपए तक चार्ज किए हैं।