चेतन सकारिया का शानदार डेब्यू-
आईपीएल 2021 सीजन में सोमवार को हुए मुकाबले में एक ऐसे ही खिलाड़ी ने डेब्यू किया है जिनका नाम है चेतन सकारिया। चेतन सकारिया राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेल रहे हैं और उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ खेलते हुए अपना डेब्यू किया है। इस मैच में चेतन ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 4 ओवरों में केवल 31 रन दिए और 3 विकेट भी हासिल की है। चेतन का प्रदर्शन इसी बात से समझा जा सकता है कि पंजाब किंग्स की टीम ने 20 ओवरों में 221 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर बनाया था। इस दौरान केएल राहुल और दीपक हुड्डा ने राजस्थान रॉयल्स के बाकी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। चेतन ने जिन तीन व्यक्तियों को लिया उनमें केएल राहुल, मयंक अग्रवाल और जाई रिचर्ड्सन जैसे नाम शामिल है।
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वीरेंद्र सहवाग ने शेयर किया भावुक किस्सा-
अगर हम आपसे चेतन के आम जीवन से लेकर क्रिकेट के मैदान तक के सफर की दास्तान पर बात करें तो यह काफी संघर्ष भरी कहानी रही है। यह एक भावुक दास्तान है जिसको भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने ट्विटर पर शेयर किया है।
वीरेंद्र सहवाग ने जो कहा है वह सुनकर एक बार तो आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल सहवाग ने जानकारी दी है कि चेतन सकारिया के भाई ने कुछ महीने पहले आत्महत्या कर ली थी। उस समय चेतन सकारिया सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे और उनके माता-पिता ने 10 दिन तक अपने बेटे से यह बात नहीं बताई थी कि उसका भाई अब इस दुनिया में नहीं रहा है। सहवाग कहते हैं कि इन युवा खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट कितना ज्यादा मायने रखता है और ठीक ऐसी ही स्थिति उनके परिवारों की भी है। सहवाग आईपीएल की तारीफ करते हैं और कहते हैं कि लीग ने भारतीयों के सपनों की सच्चे तौर पर मदद की है और कुछ कहानियां तो बहुत शानदार हैं।
टेम्पो चलाकर पिता ने किया गुजारा-
आपको बता दें कि यह बात जनवरी की है जब तक सकारिया ने अपने छोटे भाई को खो दिया था और वह सौराष्ट्र के लिए भारतीय घरेलू T20 लीग में खेल रहे थे। सकारिया को इसी साल हुई नीलामी में राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 1.2 करोड़ रुपए में खरीदा था। सकारिया इससे पहले विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के साथ जुड़े हुए थे जहां पर वह एक नेट बॉलर के तौर पर काम कर रहे थे।
सकारिया गुजरात के भावनगर से 10 किलोमीटर दूर एक गांव के निवासी हैं। उनका जीवन बेहद साधारण और कठिनाइयों से भरा रहा है। सकारिया के पिता ने टेंपो चला कर अपने परिवार का भरण-पोषण किया है। जबकि यह सकारिया के मामा थे जिन्होंने उनका क्रिकेट का अधिकांश खर्च उठाया लेकिन उसके बदले में से सकारिया को भी मामा के बिजनेस में मदद करनी पड़ती थी।