नई दिल्लीः चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इंडियन प्रीमियर लीग में एक मैच का बैन झेलने की लिस्ट में है। भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पंजाब किंग्स के खिलाफ चेन्नई अपना दूसरा मुकाबला खेलने के लिए शुक्रवार को वानखेड़े स्टेडियम में उतरेंगे। उस समय धोनी नहीं चाहेंगे कि वह एक और स्लो ओवर पेनल्टी को झेले।
महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल 2020 के बाद पहली बार क्रिकेट एक्शन में आए हैं। आईपीएल 2020 को 6 महीने गुजर चुके हैं और धोनी ने किसी तरह का कोई प्रोफेशनल क्रिकेट तब से नहीं खेला है। उनकी आईपीएल सीजन 2021 में वापसी भी बहुत यादगार नहीं रही क्योंकि वे 2 गेंद ही खेल पाए और 0 रन पर आउट हो गए। साथ ही उनकी टीम को हार का सामना भी करना पड़ा। कोढ़ में खाज वाली स्थिति यह हो गई कि धोनी पर स्लो ओवर रेट के लिए जुर्माना भी लगा। धोनी को इसके लिए 12 लाख रुपए का भारी भरकम जुर्माना अदा करना पड़ा।
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चेन्नई का वह मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स के साथ हुआ था। बीसीसीआई ने इस बार कड़े नियम बनाए हैं और कहा है कि मैच से जुड़े अधिकारियों और मैच में उपस्थित खिलाड़ियों को 1 घंटे 30 मिनट के अंदर ही पहली पारी को समाप्त करना अनिवार्य होगा। यदि वे ऐसा नहीं कर पाते हैं तो कप्तान के ऊपर 12 लाख रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। अब नियम के मुताबिक अगर कप्तान अगले मैच में भी वही गलती करता है और दो बार लगातार स्लो ओवर रेट होता है तो दूसरे मैच में मैच रेफरी फैसला लेगा और उस सूरत में कप्तान को 24 लाख रुपए जुर्माना का सामना करना पड़ेगा।
अगर तीसरे मैच में भी धीमी गति से ओवररेट जारी रहता है तो फिर कप्तान के ऊपर 30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। यहां तक कि कप्तान को एक मैच से बैन भी कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं बाकी टीम के ऊपर भी मैच फीस का 50% या ₹12 लाख रुपए का जुर्माना लगेगा। आपको बता दें आईपीएल के मैचों में मैच रेफरी यह कैलकुलेट करता है कि किस टीम ने कितने समय में अपनी पारी को समाप्त किया है। इस कैलकुलेशन के दौरान एक्स्ट्रा टाइम को निकाल दिया जाता है। यह कैलकुलेशन इसलिए की जाती है ताकि धीमी गति से ओवर फेंकने के चलते कप्तानों के ऊपर नाइंसाफी में कोई जुर्माना ना लगा दिया जाए।