धोनी की खराब बल्लेबाजी
आईपीएल की शुरुआत से पहले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नेट्स पर जमकर पसीना बहाया था। लेकिन बावजूद इसके पहले मुकाबले में धोनी कुछ खास नहीं कर सके और खाता खोले बिना क्लीन बोल्ड हो गए। धोनी के आउट होने की वजह से दिल्ली की टीम ने चेन्नई को 200 के स्कोर तक पहुंचने से रोक दिया और मैच में मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल की। पिछले सीजन की बात करें तो धोनी सिर्फ 200 रन ही बना सके थे।
चेन्नई की खराब गेंदबाजी
चेन्नई की सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि टीम के पास कोई भी ऐसा तेज गेंदबाज नहीं है जो 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार गेंदबाजी कर सके। चेन्नई की टीम मुख्य रूप से चेन्नई के चेपक मैदान में खेलने के लिए तैयार की गई है। लेकिन मुंबई में खेले गए मुकाबले में चेन्नई की टीम 188 रन के स्कोर को नहीं बचा सकी। मैच में दिल्ली की टीम ने 8 गेंद पहले ही जीत दर्ज कर ली। दीपक चाहर 4 ओवर में 36 रन और सैम करन ने 2 ओवर में 24 रन खर्च कर दिए। स्पिन गेंदबाजों की बात करें तो रवींद्र जडेजा, मोइन अली, ड्वेन ब्रावो अनुभवी होने के बाद भी मैच में अपना असर छोड़ने में विफल रहे।
क्रिस गेल और केएल राहुल को पॉवर प्ले में रोकने की चुनौती
पंजाब की टीम की बल्लेबाजी की बात करें तो आईपीएल में बेस्ट टॉप ऑर्डर बल्लेबाजी टीम के पास है। कप्तान केएल राहुल और क्रिस गेल जबरदस्त विस्फोटक बल्लेबाज हैं। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में दिल्ली के गेंदबाज पॉवरप्ले में एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके। ऐसे में अगर इन दोनों ही बल्लेबाजों में से कोई भी सेट हो गया तो चेन्नई के सामने वापसी करने की मुश्किल चुनौती होगी।
स्लो ओवर रेट
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की आईपीएल के इस सीजन की शुरुआत ना सिर्फ बैट बल्कि बतौर कप्तान भी अच्छी नहीं। पहले ही मैच में धोनी को स्लो ओवर रेट की वजह से 12 लाख रुपए का जुर्माना झेलना पड़ा। नियम के अनुसार टीम को 90 मिनट के भीतर 20 ओवर पूरे करने होते हैं। लिहाजा अगर दूसरी बार चेन्नई की टीम स्लो ओवर रेट के चलते जुर्माने का सामना करती है तो धोनी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।
मैदान पर ओस
कप्तान धोनी ने शाम के मैच में ओस को लेकर कहा था कि यह मैच में बड़ी भूमिका निभाता है। खासतौर पर स्पिन गेंदबाजों को गेंद को ग्रिप करने में मुश्किल होती है। धोनी ने कहा कि आखिरी के 30 मिनट में बल्लेबाजों को 200 रन का स्कोर पहुंचाना चाहिए था क्योंकि बल्लेबाजी करना आसाना हो जाता है।